नयी दिल्ली : वित्त वर्ष 2017-18 में सेवा कर का बकाया बढ़कर 1.66 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की सोमवार को संसद में पेश एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है. इससे पिछले वित्त वर्ष 2016-17 में सेवाकर का बकाया 1.18 लाख करोड़ रुपये था. रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय उत्पाद शुल्क के संदर्भ में इस अवधि में कुल बकाया 84,200 करोड़ रुपये से बढ़कर 96,496 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
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इसके अलावा, सेवाकर के कुल बकाया के मामले में वसूली 2016-17 के 1.19 फीसदी से घटकर 2017-18 में 1.02 फीसदी पर आ गया. इसी तरह कुल बकाया में वसूली का आंकड़ा 2016-17 के 1.85 फीसदी से घटकर 2017-18 में 1.27 फीसदी रह गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017-18 के अंत तक केंद्रीय उत्पाद शुल्क के मामले में 1,04,718 करोड़ रुपये के 45,749 मामले अपील में लंबित थे. यह इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 3.5 फीसदी कम है. सेवाकर के मामले में 2017-18 के अंत तक 1,20907 करोड़ रुपये के 43,718 मामले अपील में लंबित थे. यह इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में एक प्रतिशत कम है.
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