नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कारपोरेशन (आईओसी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि पिछले छह सप्ताह में पेट्रोल के दाम में 9.60 रुपये तथा डीजल में 7.56 रुपये लीटर की कटौती हुई है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में नरमी के साथ ईंधन के दाम कम हुए हैं. कंपनी ने इस रिपोर्ट से इनकार किया कि घरेलू बाजार में एलपीजी की कीमत जल्द ही 1,000 रुपये तक पहुंच सकती है. इंडियन ऑयल ने यहां जारी एक बयान में कहा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार गिरावट को देखते हुए कंपनी पिछले डेढ़ महीने से घरेलू बाजार में ईंधन के दाम लगातार कम कर रही है.
दिल्ली में 18 अक्तूबर से लेकर अब तक पट्रोल के दाम में 9.59 रुपये कम किये गये हैं जबकि डीजल के दाम में 7.56 रुपये प्रति लीटर की कटौती हुई है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम फिलहाल 73.24 रुपये लीटर है जो 17 अक्तूबर को 82.83 रुपये लीटर था. वहीं डीजल का दाम 68.13 रुपये लीटर पर आ गया है जो कि 17 अक्तूबर को 75.69 रुपये लीटर पर पहुंच गया था.
कंपनी के अनुसार, पेट्रोल, डीजल के दाम में कमी का असर देश के दूसरे भाग में भी पड़ा है. घरेलू रसोई गैस (एलपीजी) के मुद्दे पर कंपनी ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम कम होने से आने वाले दिनों में दाम नीचे आ सकते हैं. दिल्ली में फिलहाल सब्सिडी वाली रसोई गैस (एलपीज सिलेंडर) का दाम 507 रुपये जबकि बिना सब्सिडी वाले एलपीजी के दाम 942 रुपये प्रति सिलेंडर है. सभी एलपीजी सिलेंडर उपभोक्ता को बाजार भाव पर उपलब्ध हैं, लेकिन जो सब्सिडीशुदा सिलेंडर होता है उसकी सब्सिडी सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में डाल दी जाती है.
सरकार एक परिवार को साल में 14.2 किलो वाले 12 सिलेंडर सब्सिडी पर दिये जाते हैं. कंपनी के अनुसार नवंबर 2014 के बाद से 23 करोड़ एलपीजी ग्राहकों को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के जरिये करीब 94,500 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा चुकी है.
इंडियन ऑयल का कहना है कि पेट्रोल और डीजल का दाम तय करते समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनके पिछले 15 दिन के औसत मूल्य और साथ ही डालर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर को गणना में लिया जाता है. पिछले 44 दिन में घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार गिरावट का रुख बना हुआ है.
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