RJD New Song: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों ने अपने-अपने तरीके से जनता को लुभाने की रणनीति तेज कर दी है. इसी कड़ी में आरजेडी ने एक नया चुनावी सॉन्ग जारी किया है, जो पूरी तरह ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर आधारित है. दो मिनट 41 सेकेंड का यह वीडियो गीत राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की संयुक्त यात्राओं को दिखाता है और मतदाताओं को एसआईआर (सिलेक्टिव इलेक्टोरल रोल) के खिलाफ खड़ा होने का संदेश देता है.
गाने में जोश और आक्रोश का संदेश
गाने के बोल हैं- “गर्म खून है खौलेंगे ही, हक जनता का तो लेंगे ही, हो आंच जब बिहार पर, तेजस्वी तो बोलेंगे ही.” इस गीत के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि बिहार के हर मतदाता का हक सुरक्षित रहेगा और किसी भी कीमत पर उसे छीना नहीं जाएगा. वीडियो में तेजस्वी और राहुल की रैलियों, सभाओं और जनता से मुलाकात के दृश्यों को प्रमुखता से दिखाया गया है.
बाइक रैली और जनता से संवाद पर जोर
गीत में विशेष रूप से राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की बाइक रैली को फोकस किया गया है. यात्रा के दौरान दोनों नेताओं के गांव-गांव जाकर लोगों से सीधे संवाद करने, उनकी समस्याएं सुनने और उन्हें वोटर अधिकार आंदोलन से जोड़ने के प्रयासों को उभारकर पेश किया गया है.
SIR के खिलाफ विपक्ष का हथियार
यह सॉन्ग दरअसल एसआईआर और वोटर लिस्ट से 65 लाख मतदाताओं के नाम काटे जाने के विरोध को और धार देने के लिए तैयार किया गया है. आरजेडी और कांग्रेस का आरोप है कि मतदाता सूची में छेड़छाड़ कर लोगों के संवैधानिक अधिकारों को छीना जा रहा है. इसीलिए ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को जनता की आवाज बताया जा रहा है.
प्रियंका गांधी भी हुईं शामिल
आज से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी भी सुपौल में यात्रा से जुड़ गईं. वे लगातार दो दिन राहुल गांधी के साथ रहेंगी और कई जिलों में जनता से मुलाकात करेंगी. आरजेडी का मानना है कि प्रियंका की मौजूदगी से यात्रा को और ऊर्जा मिलेगी और महिला मतदाताओं में विशेष प्रभाव पड़ेगा.
इंडिया अलायंस के कई बड़े नेता भी होंगे शामिल
इस यात्रा में सिर्फ राहुल और तेजस्वी ही नहीं, बल्कि इंडिया अलायंस के कई बड़े नेता भी शामिल होंगे. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू भी बिहार पहुंचेंगे. इन नेताओं की मौजूदगी से महागठबंधन अपने एकजुट होने का संदेश देना चाहता है.
25 जिलों में पहुंचेगी यात्रा
17 अगस्त से शुरू हुई यह यात्रा 1 सितंबर तक चलेगी. 16 दिनों में यह 25 जिलों से होकर गुजरेगी. इस दौरान विपक्षी दलों का मकसद मतदाताओं को एसआईआर के खिलाफ लामबंद करना और बिहार में चुनावी माहौल को अपने पक्ष में मोड़ना है.
सियासी असर पर निगाहें
आरजेडी के इस चुनावी सॉन्ग को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है. महागठबंधन का दावा है कि यह गीत युवाओं और आम मतदाताओं के बीच जोश और जागरूकता का संदेश देगा. वहीं, सत्तारूढ़ पक्ष इसे चुनावी प्रचार का एक और ‘भावनात्मक हथकंडा’ बता रहा है.

