Islampur Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार की राजनीति का एक अहम केंद्र माने जाने वाले इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र (जिला: नालंदा) में बीते तीन चुनावों में काफी दिलचस्प मोड़ देखने को मिले हैं.कभी JDU का मजबूत गढ़ समझा जाने वाला यह क्षेत्र 2020 के चुनाव में RJD की झोली में चला गया, जिससे न केवल स्थानीय राजनीति में हलचल मची, बल्कि पूरे नालंदा में गठबंधन समीकरणों पर असर पड़ा.
चुनावी इतिहास पर एक नजर
2010
- विजेता: राजीब रंजन (JDU)
- मुख्य विपक्ष: विरेंद्र गोप (RJD)
- परिणाम: JDU की मजबूत जीत
यह चुनाव NDA की लहर में हुआ था, जिसमें इस्लामपुर ने नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताया.
2015
- विजेता: चंद्रसेन प्रसाद (JDU)
- मुख्य विपक्ष: विरेंद्र गोप (BJP)
- परिणाम: फिर JDU की जीत
यहां खास बात यह थी कि RJD और JDU उस समय महागठबंधन में थे, लेकिन BJP के खिलाफ कड़ी टक्कर दी गई.
2020
- विजेता: राकेश कुमार रौशन (RJD)
- मुख्य विपक्ष: चंद्रसेन प्रसाद (JDU)
- वोटों का अंतर: 3,698
- परिणाम: RJD की धमाकेदार वापसी
इन जातियों का है दबदबा
इस्लामपुर में मुख्यतः यादव, कुर्मी, मुस्लिम और दलित मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं. 2020 में RJD ने इन वर्गों को एकजुट कर अपनी रणनीति को सफल किया. दूसरी ओर, JD(U) को NDA के अंदरूनी मतभेदों और स्थानीय असंतोष की कीमत चुकानी पड़ी. वही, बिहार की राजनीति पर नजर रखने वाले बता रहे हैं कि इस बार इस्लामपुर सीट से सीएम नीतीश के बेटे निशांत कुमार चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि अभी इसकी कोई घोषणा जेडीयू या सीएम नीतीश कुमार की तरफ से नहीं की गई है. (सतीश कुमार)
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