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बरेली के अमरीक सिंह को साइबर ठगों ने कनाडा से लगाया चूना, आईटीबीपी में नौकरी के नाम पर युवाओं से लाखों की ठगी

बरेली के लोगों से साइबर ठगों ने लगातार ठगी कर रहे है. किसी से मदद के नाम पर ठगी किये है तो वहीं कुछ युवाओं से नौकरी दिलानें के नाम ठगी किए है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र की शाहदाना कॉलोनी निवासी अमरीक सिंह से साइबर ठगों ने भांजा बनकर 1.50 लाख रुपये ठग लिए. इस मामले में उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई है. इसके साथ ही आईटीबीपी में नौकरी के नाम पर युवाओं से लाखों रुपये की ठगी होने का मामला सामने आया है. अमरीक सिंह का भांजा कनाडा में रहता है. उसकी आवाज में ठग ने अमरीक सिंह को वाट्सएप पर कॉल किया. उन्होंने बताया कि कॉल करने वाले की आवाज भांजे की तरह थी. उसने अमरीक सिंह के खाते में 5.90 लाख रुपये डालने की बात कही. बोला, दिल्ली निवासी मेरे दोस्त को जरूरत है. यह रकम दोस्त को दे देना. उसने मामा के खाते की जानकारी की. इसके बाद कुछ देर बाद एक व्यक्ति ने बैंक कर्मचारी बनकर कॉल की. उसने बताया कि आपके खाते में 5.90 लाख रुपये आए हैं.

साइबर ठगों ने कनाडा से लगाया चूना

सर्वर समस्या के चलते यह रकम खाते में शो नहीं कर पाएगी. फोन करने वाले की बात पर अमरीक सिंह का भरोसा और बढ़ गया. इसके कुछ देर बाद ही फिर दोबारा फर्जी भांजे ने कनाडा से कॉल किया. उसने कहा कि मेरे करीबी दोस्त की मां का दिल्ली में ऑपरेशन होना है. उन्हें अभी बहुत जरूरत है. इसलिए खाते में आई रकम ट्रांसफर कर दें. वह काफी मुश्किल से 1.50 लाख रुपये खाते में ट्रांसफर करने को राजी हो गए. उन्होंने खुद के खाते से एक लाख और बेटे के खाते से 50 हजार की रकम ट्रांसफर कर दी. उन्होंने बैंक में आई रकम की जानकारी की. इसके बाद धोखाधड़ी का एहसास हुआ. पीड़ित अमरीक सिंह ने बारादरी थाने में शिकायत की. इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

युवाओं को नौकरी के नाम पर आइटीबीपी सीओ बनकर ठगा

बरेली के भमौरा थाना क्षेत्र के सेंधा गांव निवासी रोहित राठौर ने बताया कि वह काफी समय से पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था. भर्ती प्रक्रिया के दौरान भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के बुखारा कैंप के पास वर्दी पहने रवि कुमार से मुलाकात हुई. उन्होंने खुद को सीओ बताकर वैकेंसी आने पर फॉर्म भरने की बात कही. बोला, मैं नौकरी लगवा दूंगा. कुछ समय बाद उन्होंने ऑनलाइन फॉर्म भरा. आरोपी रवि ने उससे और उसके दोस्त छत्रपाल, किशन, और रवि से 50- 50 हजार की मांग की. मगर, इतनी रकम नहीं थी. उन्होंने बातचीत कर 25- 25 हजार रुपये दे दिए.

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नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी

एग्जाम से एक दिन पहले रवि ने प्रति व्यक्ति नौकरी लगवाने के एवज में 13 लाख रुपये की मांग की. इसके साथ ही आधी रकम 6.50 लाख रुपये लेकर आने की बात कही. काफी मनाया, इसके बाद प्रति व्यक्ति 5 लाख रुपए की बात तय हुई. एग्जाम से 1 दिन पहले 4 लाख की रकम दोस्तों के साथ लेकर पहुंचे. परीक्षा सेंटर पर रवि कुमार के साथ पिंटू, और विकास भी मिले थे. रवि कुमार ने बताया कि इन्होंने भी नौकरी के लिए रकम दी थी. बोले, हमारे रुपयों का भरा बैग लेकर विकास और पिंटू चला गया. इसके बाद 8 लाख रुपये ऑनलाइन खाते में डलवाए. पीड़ित युवाओं ने बताया कि रवि के साथ ही पिंटू, विकास के अलावा उसकी पत्नी अंजलि, बहन शिल्पा और भाई रुद्र विराट भी धोखाधड़ी में शामिल हैं. इस मामले में सोमवार शाम कैंट थाने में एफआईआर दर्ज की गई.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद बरेली

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