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कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने के लिए ट्रंप ने बढ़ाया हाथ, भारत को मिलेगा 29 लाख डॉलर, अमेरिका में अबतक 1544 की मौत

fight against coronavirus: कोरोना वायरस से पूरी दुनिया कराह रही है. भारत में भी संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. इसी बीच अमेरिका ने मदद को हाथ दूसरे देशों की ओर बढ़ाया है.

fight against coronavirus: कोरोना वायरस से पूरी दुनिया कराह रही है. भारत में भी संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. इसी बीच अमेरिका ने मदद के लिए हाथ दूसरे देशों की ओर बढ़ाया है. अमेरिका ने भारत को 29 लाख डॉलर देने समेत 64 देशों को 17.4 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त वित्तीय मदद देने की घोषणा की है. इधर, अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और अब ये 1,00,000 का आंकड़ा पार कर चुके हैं. जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के ट्रैकर ने शुक्रवार को यह आंकड़े सामने रखे. अमेरिका में शाम छह बजे तक 1,544 मौत समेत 1,00,717 मामले दर्ज किये गये. सबसे अधिक मामले न्यूयॉर्क से सामने आ रहे हैं.

कोरोना वायरस से निपटने के लिए दो हजार अरब डॉलर के प्रोत्साहन विधेयक पर ट्रंप ने हस्ताक्षर किये

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने में देश के लोगों की सहायता और अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए शुक्रवार को दो हजार अरब डॉलर के प्रोत्साहन विधेयक पर हस्ताक्षर किये हैं. अमेरिका में करीब एक लाख लोगों को कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है जबकि देशभर में इससे 1500 लोगों की जान जा चुकी है. संख्या में इजाफा होने के साथ ही ट्रंप ने इस महामारी से लड़ने के लिए चिकित्सा उपकरणों और तैयारियों को लेकर भी उठाए जाने वाले कई कदमों को घोषणा की. व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में विधेयक पर हस्ताक्षर करने के साथ ही ट्रंप ने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि ” मदद आने वाली है.” इससे पहले सीनेट और प्रतिनिधि सभा ने विधेयक को पारित किया.

अदृश्य दुश्मन ने हमला किया

ट्रंप ने कहा कि हम पर अदृश्य दुश्मन ने हमला किया है और हमें गहरी चोट पहुंची है. अर्थव्ययस्था में मजबूती लौटने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम बेहतर करने जा रहे हैं. इस प्रोत्साहन विधेयक की राशि के जरिए चार सदस्यों वाले हर अमेरिकी परिवार को करीब 3400 डॉलर की मदद मिल पाएगी जबकि लघु और मध्यम उद्योगों को करोड़ों डॉलर की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी. बोइंग जैसे बडे संस्थानों को भी सहायता मिलेगी. राष्ट्रपति ने कहा कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है. मैंने अमेरिकी इतिहास के सबसे बड़े अर्थव्यवस्था राहत पैकेज पर हस्ताक्षर किये हैं और मैं यह जरूर कहना चाहता हूं कि यह अब तक हस्ताक्षर की गयी किसी भी राहत राशि से करीब दोगुना है.

अमेरिका को प्राथमिकता देने के लिए धन्यवाद

आगे अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने कहा कि मैं डेमोक्रेट और रिपब्लिकन को एक साथ आने और अमेरिका को प्राथमिकता देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. ट्रंप ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए कई चिकित्सीय संसाधनों और उपकरणों की उपलब्ध्ता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की घोषणा भी की. उन्होंने कहा कि मेरा प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए नए कदम उठा रहा है कि अमेरिका के पास वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए आवश्यक चिकित्सा संसाधन और उपकरण हों. ट्रंप ने सेना की अभियांत्रिकी शाखा को देशभर में अस्पताल बनाने के कार्य में शामिल किया है. साथ ही सैन्य उत्पादन कानून को भी लागू कर दिया गया है ताकि जनरल मोटर्स जैसी कंपनी वेंटिलेटर बनाने के लिए संघीय अनुबंधों को प्राथमिकता दे सकें. उन्होंने कहा कि अगले 100 दिनों में सरकार एक लाख से अधिक अतिरिक्त वेंटीलेटर खरीदेगी अथवा तैयार करेगी. अमेरिका वेंटिलेटर बनाने वाली देश की बड़ी कंपनियों के साथ अनुबंध करने के संबंध में काम कर रहा है. साथ ही मास्क और अन्य चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति के लिए भी कंपनियों से अनुबंध की तैयारी है.

चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने यूएस प्रेसिडेंट ट्रंप से कहा, किसी को दोष न दें, कोरोना से मिल कर लड़ें

कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में मची तबाही के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराते आये अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से चर्चा की. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और चीन मिलकर इस वायरस को खत्म करने की ओर काम करेंगे. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोरोना संक्रमण के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराते हुए वायरस को वुहान वायरस और इस संक्रमण को चीनी कोरोना कहा था.

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