ढाका:बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की इस माह के अंत में प्रस्तावित भारत यात्रा पर अनिश्चितता के बादल घिर आए हैं क्योंकि भारत तीस्ता जल बंटवारा समझौते तथा भू सीमा समझौते पर हस्ताक्षर का पक्का वादा करने में विफल रहा है. राजनयिक सूत्रों के अनुसार, हसीना की दूसरी द्विपक्षीय यात्रा ‘‘बेकार रहेगी क्योंकि भारत के पास पेशकश के लिए कुछ नही है जबकि उन्होंने भारत की मुख्य चिंताओं का समाधान कर दिया है और संबंधों को अगले स्तर पर ले जाने का अवसर तैयार किया है.’’
देश के सर्वाधिक बिकने वाले अखबार ‘‘डेली स्टार’’ ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि हसीना अपनी नई दिल्ली की यात्रा रद्द कर सकती हैं क्योंकि ‘‘भारत बहुप्रतीक्षित तीस्ता जल बंटवारा समझौते पर हस्ताक्षर करने और संसद में भू सीमा समझौते ( एलबीए ) को पारित कराने का वादा करने में विफल रहा है.’’ रिपोर्ट में बताया गया है कि किसी भी प्रधानमंत्री की यात्रा का कुछ लाभप्रद मकसद होता है और हसीना के लिए इन दोनों मुद्दों को सुलझाया जाना सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने पूर्व में कहा था कि प्रधानमंत्री के अपने भारतीय समकक्ष मनमोहन सिंह के निमंत्रण पर इस माह के अंत में नई दिल्ली की यात्रा पर जाने की संभावना है. लेकिन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हसीना ने इस उम्मीद के साथ प्रधानमंत्री के निमंत्रण को उस समय स्वीकार कर लिया था कि भारत सितंबर तक इन मुद्दों को सुलझा लेगा जो अब संभव नहीं दिख रहा है.