11.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

ममता के आंदोलन की जमीन पर ताल ठोंक रही भाजपा, शुभेंदु और मास्टर मोशाय अब भगवा दल में

तृणमूल कांग्रेस को सत्ता में लाने में सिंगूर व नंदीग्राम आंदोलन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. इन दोनों स्थानों पर हुए भूमि आंदोलन की वजह से तृणमूल कांग्रेस का जनाधार बढ़ा और वह सत्ता पर काबिज हुई. सिंगूर व नंदीग्राम एक तरह से तृणमूल का गढ़ माना जाता था, लेकिन अब इन दोनों जगहों के विधायकों ने तृणमूल का साथ छोड़ दिया है और अब भाजपा में हैं.

कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस को सत्ता में लाने में सिंगूर व नंदीग्राम आंदोलन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. इन दोनों स्थानों पर हुए भूमि आंदोलन की वजह से तृणमूल कांग्रेस का जनाधार बढ़ा और वह सत्ता पर काबिज हुई. सिंगूर व नंदीग्राम एक तरह से तृणमूल का गढ़ माना जाता था, लेकिन अब इन दोनों जगहों के विधायकों ने तृणमूल का साथ छोड़ दिया है और अब भाजपा में हैं.

नंदीग्राम के पूर्व विधायक व तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता रह चुके शुभेंदु अधिकारी अब भाजपा के स्टार प्रचारक हैं. शुभेंदु इस बार भी नंदीग्राम से ही चुनाव लड़ेंगे, लेकिन तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर नहीं, भाजपा के टिकट पर. यहां वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनौती देंगे. ममता इस बार कोलकाता के भवानीपुर की बजाय नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगी.

इसी प्रकार, सिंगूर के विधायक रवींद्रनाथ भट्टाचार्य उर्फ मास्टर मोशाय भी तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये हैं. तृणमूल ने इस बार बेचाराम मन्ना को सिंगूर विधानसभा सीट से टिकट दिया है. रवींद्रनाथ भट्टाचार्य को तृणमूल ने टिकट नहीं दिया, तो मास्टर मोशाय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने टिकट के बारे में उनसे पूछा तक नहीं.

Also Read: नंदीग्राम में बिछ गयी है बिसात, जानें क्या है कृषक आंदोलन की भूमि का चुनावी गणित

तृणमूल विधायक बेचाराम मन्ना व रवींद्रनाथ भट्टाचार्य के बीच का विवाद काफी पुराना है. श्री भट्टाचार्य अक्सर आरोप लगाते रहे हैं कि बेचाराम मन्ना उनके विधानसभा क्षेत्र में दखलअंदाजी कर रहे हैं. इसे लेकर मुख्यमंत्री ने बेचाराम मन्ना को फटकार भी लगायी थी और बेचाराम मन्ना इस्तीफा देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के पास पहुंच गये थे.

सुब्रत ने मनाया था बेचाराम को

सुब्रत बक्शी के हस्तक्षेप के बाद बाद में बेचाराम मन्ना ने इस्तीफा वापस लिया था. अब तृणमूल ने बेचाराम मन्ना को सिंगूर से विधानसभा का उम्मीदवार बनाया है और इसके बाद रवींद्रनाथ भट्टाचार्य सोमवार को भाजपा में शामिल हो गये. ऐसे में देखा जाये, तो नंदीग्राम व सिंगूर, दोनों विधानसभा क्षेत्रों के विधायक अब भाजपा में हैं.

Also Read: बंगाल चुनाव 2021 में ममता पर भारी पड़ेगी शुभेंदु अधिकारी की तृणमूल से दूरी, जंगलमहल का ये है चुनावी गणित

Posted By : Mithilesh Jha

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें