Farmers Tractor Parade Rally LIVE: गणतंत्र दिवस (Republic Day) के दिन दिल्ली में केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की ट्रैक्टर रैली (Farmers Tractor Rally) में हिंसा हुई. कई जगह कई बैरिकेड्स तोड़ दिए गए. वहीं कई जगहों से किसानों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई है. सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं. दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड की लेटेस्ट अपडेट के लिए बने रहिए प्रभात खबर के साथ.
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने मंगलवार को किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा (Tractor parade Violence) के संबंध में 200 लोगों को हिरासत में लिया है. जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर परेड के मामले में 22 FIR दर्ज की है. दिल्ली पुलिस के अनुसार, ‘‘पूर्वी जिले में 5 प्राथमिकी दर्ज की गयी है , वहीं द्वारका में तीन तथा शाहदरा जिले में एक मामला दर्ज किया गया है.'' जानकारी के मुताबिक और भी मामले दर्ज होने के आसार हैं.
ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में आज हुए आंदोलनकारी किसानों के हिंसक प्रदर्शन में 83 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. दिल्ली पुलिस ने इसकी जानकारी दी है. बता दें कि नये कृषि कानूनों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों को दिल्ली पुलिस ने उनकी मांग को मानते हुए गणतंत्र दिवस समारोह समाप्त होने के बाद तय रास्ते पर ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी. लेकिन, किसानों ने तय समय से पहले ही मध्य दिल्ली के लिए कूच किया जिससे हंगामे की स्थिति पैदा हो गयी.
केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मंगलवार को दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड से जुड़ी स्थिति की जानकारी गृह मंत्री अमित शाह को दी. अधिकारी ने बताया कि गृह सचिव ने केन्द्रीय गृह मंत्री से मिलकर उन्हें राष्ट्रीय राजधानी के हालात और शांति बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी. बैठक में कुछ अन्य अधिकारी भी मौजूद थे. केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली के कई हिस्सों में इंटरनेट सेवा पर अस्थाई रोक लगा दी है. वहीं, एएनआई की रिपोर्ट में हरियाणा सरकार के हवाले से बताया गया है कि कल यान बुधवार शाम 5 बजे तक हरियाणा के सोनीपत, पलवल और झज्जर जिलों में इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं निलंबित रहेंगी.
कांग्रेस ने प्रदर्शनकारी किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में कई स्थानों पर हुई हिंसक झड़प तथा लाल किले पर झंडे लहराए जाने को लेकर मंगलवार को कहा कि वह और पूरा देश इस तरह की हिंसक एवं अराजक घटनाओं से क्षुब्ध है तथा आंदोलनकारियों को अपने ध्येय को ध्यान में रखना होगा. पार्टी ने यह मांग फिर दोहराई कि प्रधानमंत्री को अपना राजहट छोड़कर तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए.
दिल्ली में मंगलवार को ट्रैक्टर रैली में हुए हिंसा को लेकर पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने अपनी प्रतिक्रिया में केंद्र सरकार पर बरसते हुए किसानों से घर लौटने की अपील की है. उन्होंने कहा आज जिस तरह से आंदोलन को हैंडल किया गया वह खेदजनक है. हम सभी विपक्ष में बैठे लोग किसानों का समर्थन करते हैं और मैं अपील करता हूं कि अब किसानों को अपने-अपने गांवों में शांति से वापस चले जाना चाहिए और सरकार को ऐसा कोई मौका नहीं देना चाहिए जिससे आप पर दोष मढ़ा जाए.
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ईश सिंघल ने कहा कि किसान ट्रैक्टर रैली में आज हिंसक घटनाएं हुई. जिसमें दिल्ली पुलिस के लोग घायल हुए है. सरकारी संपत्ति को भी नुकसान हुआ. पुलिस ने संयम के साथ काम किया. मेरी किसान आंदोलनकारियों से अपील है कि जो पहले से तय रास्ते हैं, वहां से वापस लौट जाएं.
रिपोर्ट के मुताबिक, लाल किले को पूरी तरीके से खाली कराया गया अब केवल लाल किले के आसपास वह किसान बचे हैं जो ट्रैक्टर में आ रहे हैं और लाल किले के सामने से गुजर रहे हैं. लाल किले परिसर में जहां पर ध्वजारोहण होता है उस इलाके को पूरी तरीके से खाली करा लिया गया है. इधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वरिष्ठ गृह मंत्रालय के अधिकारियों से दिल्ली में कानून और व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया.
ट्रैक्टर परेड के कुछ जगहों पर हिंसक होने के कारण नयी दिल्ली टेडर्स एसोसिएशन ने मंगलवार को कनॉट प्लेस को बंद रखने की घोषणा की. नयी दिल्ली टेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल भार्गव ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने कनॉट प्लेस बंद रखने का परामर्श दिया है. बता दें कि राजपथ पर परेड के कारण कनॉट प्लेस दोपहर एक बजे के बाद खुलता है लेकिन आज अधिकतर दुकानें बंद हैं.
ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) में किसानों के बवाल से कई इलाकों में हालत बिगड़ गये हैं. हालात बेहद तनवापूर्ण है. रह रह कर किसानों और पुलिस के बीच झड़प की खबर आ रही है. टीवी रिपोर्ट के मुताबिक, हालात के मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह (Home minister Amit shah) ने अपने आवास पर आपातकालीन बैठक बुलायी है.कानून व्यवस्था को लेकर आला अधिकारी मंथन कर रहे हैं. कई इलाकों में इंटरनेट आज रात 12 बजे तक बंद कर दिया गया है.
ट्रैक्टर परेड में किसानों के उत्पात के कारण Delhi-NCR के कई इलाकों में इंटरनेट बैन, हालात बेहद तनावपूर्ण बन गए हैं. पुलिस लगातार लोगों से अपील कर रही है कि कानून व्यवस्था को सही रखने में मदद करें. इधर, दिल्ली के कई इलाकों से किसानों के उत्पात की खबर सामने आ रही है.
दिल्ली पुलिस की ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी सिंह ने कहा कि हम सुबह से किसानों से अपील कर रहे हैं कि जो रास्ता दिल्ली पुलिस के साथ बैठक में तय हुआ है उसका पालन करें. काफी लोग उस रास्ते से चले गए हैं लेकिन कई लोगों ने पुलिस पर पथराव किया, ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की,बैरिकेड तोड़े. हमारे कुछ लोग घायल हुए हैं:
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसानों से अपील की है कि वे कानून को हाथ में नहीं लें और शांति बनाए रखें. पुलिस की यह अपील राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच झड़प की घटना के बीच आई है. पुलिस ने किसानों से कहा कि वह पूर्व निर्धारित मार्ग पर ही ट्रैक्टर परेड निकाले.
लाल किले पर किसानों के प्रदर्शन को किसान नेता योगेंद्र यादव ने गलत बताया है. एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि यह बिना किसी संदेह के निंदनीय है और शर्मिंदगी का विषय है. उन्होंने किसान नेताओं और आंदोलन में शामिल लोगों से अपील किया कि पुलिस के दिए रूट को ही मानें. जो लोग तय रूट से बाहर चले गए हैं उन्हें भी तय रूट पर ही वापस आ जाना चाहिए.
ट्रैक्टर परेड में किसानों द्वारा रूट बदले जाने की वजह से ट्रैक्टर परेड में हंगामे की खबर आ रही है. दिल्ली-एनसीआर में लाठीचार्ज और झड़प की खबरों के बीच अब प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली के लाल किला में घुस गए हैं. दिल्ली की कई सड़कों पर भगदड़ की स्थिति है. हालात तनावपूर्ण हो गया है.
ट्रैक्टर रैली के दौरान कुछ जगह पर हो रही हिंसा पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि ट्रैक्टर रैली शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है. हिंसा के बारे में मुझे जानकारी में नहीं है. हम गाजीपुर में हैं और यहां यातायात सुचारू रूप से लगातार चल रहा है
सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने जबरदस्त हंगामा किया. अवरोधकों को तोड़कर दिल्ली में दाखिल हो गए. इसके बाद ये किसान काफी समय तक मुकरबा चौके पर बैठे, लेकिन फिर उन्होंने वहां लगाए गए बैरिकेड और सीमेंट के अवरोधक तोड़ने की कोशिश की. इसके बाद किसानों के समूह पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे. अधिकारियों के अनुसार सुरक्षा कर्मियों ने किसानों को समझाने की कोशिश भी की और कहा कि राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के खत्म होने के बाद उन्हें दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने की अनुमति दी गई है. इसके बावजूद कई ट्रैक्टर नजर आए, जिन पर तिंरगे लगे थे.
गाजीपुर बॉर्डर से आगे नोएडा मोड़ पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव हुआ है. हजारों की तादाद में किसान निजामुद्दीन और अक्षरधाम के तरफ मुड़ गए है. भारी तादात में किसान नोएडा मोड़ पर बैरिकेडिंग तोड़ते हुए आगे घुस रहे हैं. पांडव नगर में पुलिस के साथ टकराव की स्थिति बनी हुई है. आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं.
किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि हम दिल्ली पुलिस के रूट का नहीं, बल्कि अपने रूट पर मार्च निकालेंगे. बताया कि दिल्ली पुलिस को अपने वरिष्ठों से बात करने के लिए हमने 45 मिनट दिए हैं. हमने उन्हें बताया है कि हम बाहरी रिंग रोड पर जाएंगे, अब दिल्ली पुलिस को देखना है.
किसानों ने पुलिस के कई बैरिकेड्स तोड़ दिए है. गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े है. इसके साथ ही किसानों पर लाठीचार्ज किया गया है. दरअसल, अक्षरधाम से पहले एनएच 24 पर पुलिस ने बैरिकेडिंग की हुई थी, लेकिन कुछ किसानों के जत्थे ने ट्रैक्टरों के साथ कुछ बैरिकेडिंग को तोड़कर दिल्ली की तरफ घुसने की कोशिश की तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया. किसानों को वहां से खदेड़ा गया है. तनाव की स्थिति है.