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शीतलकुची फायरिंग मामले में सीआईएसएफ के 6 जवानों से पूछताछ करेगी सीआईडी, भवानी भवन बुलाया

West Bengal News: शीतलकुची में हुई फायरिंग (Sitalkuchi Firing) के सिलसिले में कूचबिहार के तत्कालीन एसपी देवाशीष धर से सीआईडी की टीम तीन बार पूछताछ कर चुकी है. अब सीआईएसएफ के जवानों को बुलाया गया है.

कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के चौथे चरण में कूचबिहार जिला के शीतलकुची विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र के बाहर हुई फायरिंग में 4 लोगों की मौत के मामले में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के 6 जवानों को पूछताछ के लिए कोलकाता बुलाया गया है. मामले की जांच कर रही सीआईडी ने केंद्रीय बल के 6 जवानों से कहा है कि वे केस की जांच के सिलसिले में सीआईडी मुख्यालय भवानी भवन में 2-3 अगस्त तक हाजिर हों.

शीतलकुची में हुई फायरिंग के सिलसिले में कूचबिहार के तत्कालीन एसपी देवाशीष धर से सीआईडी की टीम तीन बार पूछताछ कर चुकी है. ममता बनर्जी की सरकार के सत्ता में आने के बाद देवाशीष धर को निलंबित कर दिया गया था. 10 अप्रैल को हुई फायरिंग के सिलसिले में शुक्रवार को तीसरी बार देवाशीष धर से कोलकाता में पांच घंटे तक पूछताछ हुई थी. अब सीआईएसएफ के जवानों को तलब किया गया है.

सीआईडी की टीम यह पता करने की कोशिश कर रही है कि 10 अप्रैल 2021 को सीआईएसएफ के जवानों को फायरिंग क्यों करनी पड़ी. उस दिन ऐसी कौन सी परिस्थिति आन पड़ी थी कि जवानों ने आम लोगों पर गोली चला दी. मतदान केंद्र के दिन बूथ के बाहर फायरिंग से बंगाल समेत पूरे देश की राजनीति में उबाल आ गया था. तृणमूल कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आदेश पर केंद्रीय बलों के जवानों ने फायरिंग की है.

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ममता बनर्जी ने यह भी कहा था कि तृणमूल कांग्रेस के वोटरों को डराने के लिए केंद्र सरकार के इशारे पर शीतलकुची में फायरिंग हुई है. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने उसी दिन कह दिया था कि उनकी सरकार बनने के बाद मामले की सीआईडी जांच करवायेंगी और केंद्रीय बल के जिन जवानों ने फायरिंग की है, उन्हें इसकी सजा मिलेगी. उन्होंने शीतलकुची के उम्मीदवार से फोन पर कहा था कि शव के साथ रैली निकालो और केंद्र सरकार और केंद्रीय बल के जवानों के खिलाफ प्रदर्शन करो. हालांकि, ऐसा हो नहीं पाया.

एसपी की रिपोर्ट से भड़क गयी थी तृणमूल कांग्रेस

घटना के बाद चुनाव आयोग ने पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी थी. कूचबिहार के तत्कालीन एसपी देवाशीष धर ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि भीड़ ने केंद्रीय बल के जवानों को घेर लिया था. उनके हथियार छीनने की कोशिश की जा रही थी. इसलिए आत्मरक्षा में सीआईएसएफ के जवानों को फायरिंग करनी पड़ी. इसके लिए तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने कूचबिहार के तत्कालीन एसपी की जमकर आलोचना की थी. ममता बनर्जी ने तो यहां तक कह दिया था कि चुनाव के बाद बंगाल में न केंद्रीय बल के जवान रहेंगे, न चुनाव आयोग. यहां हम रहेंगे और हमारी सरकार बनेगी, तो आगे की कार्रवाई हम ही करेंगे.

एसपी से पूछताछ से पहले माथाभांगा थाना के आइसी समेत उस दिन ड्यूटी पर तैनात कई अन्य पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की गयी है. सीआईडी के अधिकारी गांव वालों का भी बयान ले चुके हैं. सीआईडी की टीम अब तक तीन बार शीतलकुची में घटनास्थल का मुआयना कर चुकी है. अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा था कि जल्द ही इस मामले में कुछ और लोगों से पूछताछ की जायेगी. शनिवार को खबर आयी कि सीआईएसएफ के 6 जवानों को तलब किया गया है.

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Posted By: Mithilesh Jha

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