सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी शहर में दिन-प्रतिदिन डेंगू के डंक से पीड़ितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. डेंगू को लेकर अब पक्ष-विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है. गुरुवार को पर्यटन मंत्री गौतम देव ने डेंगू पीड़ित से मिलकर हालात का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने नगर निगम को जमकर कोसा. […]
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी शहर में दिन-प्रतिदिन डेंगू के डंक से पीड़ितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. डेंगू को लेकर अब पक्ष-विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है. गुरुवार को पर्यटन मंत्री गौतम देव ने डेंगू पीड़ित से मिलकर हालात का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने नगर निगम को जमकर कोसा.
मंत्री ने नगर निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर से सिलीगुड़ी नगर निगम को आर्थिक सहायता प्रदान की गयी है. इसके बावजूद भी एसएमसी शहर में साफ-सफाई कराने में नाकाम रही है. शहर में डेंगू के डंक से लोग कराह रहे हैं और मंत्री पीड़ितों के साथ रहने के बजाय विदेश भ्रमण पर निकल गये हैं.
हालांकि नगर निगम से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2017-18 की तुलना में इस साल काफी हद तक डेंगू नियंत्रण में है. इसके बाद भी सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड संख्या 19, 21 समेत कई अन्य वार्डों में डेंगू पॉजेटिव मरीज देखे जा रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक सिलीगुड़ी में डेंगू से दो-तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है.
जिसमें एक चिकित्सक भी शामिल हैं. गुरुवार को पर्यटन मंत्री गौतम देव ने डेंगू पीड़ित रूपम दे, गोपाल सरकार, प्रथा भौमिक व अन्य लोगों से उनके आवास तथा नर्सिंग होम में जाकर मुलाकत की. इस दौरान मंत्री गौतम देव ने पीड़ितों का हाल पूछने के साथ उनके आरोग्य की कामना की. मीडिया से बात करते हुए गौतम देव ने बताया कि डेंगू को लेकर सिलीगुड़ी में बुलाये गये प्रशासनिक बैठक में मेयर ने नगर निगम के अधिकारियों को नहीं भेजने की बात कही है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि इस गैर जिम्मेदाराना हरकत का जिम्मेदार कौन है?
सभी अधिकारी राज्य सरकार के अधीन है. उनका वेतन राज्य सरकार के खाते से आता है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से डेंगू से लड़ने के लिए एसएमसी को पैसे भी दिये गये हैं. इसके अलावे राज्य सरकार द्वारा अन्य वार्डों के साथ सीपीएम के वार्ड में भी विकास कार्य चल रहा है. मंत्री ने बताया कि मेयर शहर का विकास नहीं चाहते है. उनका आरोप है कि नगर निगम का माकपा बोर्ड शहर में साफ-सफाई व सर्वे का काम भी नहीं कर रहा है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के पास छोटे स्तर के स्वास्थ्य कर्मी सीमित संख्या में है. शेष काम की जिम्मेदारी एसएमसी की है. मगर एसएमसी के जिम्मेवार लोग जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं.
दूसरी ओर मेयर के अनुपस्थिति में सिलीगुड़ी नगर निगम के सफाई विभाग के एमआइसी शंकर घोष ने बताया कि डेंगू को लेकर एसएमसी स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम कर रही है. बड़े शहरों के मुकाबले सिलीगुड़ी में काफी हद तक डेंगू नियंत्रण में है. मंत्री का काम भाषण देना है. जबकि नगर निगम भाषण के बजाय काम को करने में विश्वास रखती है.