राज्य में आइपीपीबी की कुल 27 ब्रांच और 135 एक्सेस प्वॉइंट्स खोले गये
Advertisement
घर-घर पहुंच रहा इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक
राज्य में आइपीपीबी की कुल 27 ब्रांच और 135 एक्सेस प्वॉइंट्स खोले गये देशभर में आइपीपीबी की 650 ब्रांच व 3250 एक्सेस प्वाइंट्स कोलकाता : इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से हम घर बैठे बैंकों वाली सारी सुविधा प्राप्त कर सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तत्कालीक केंद्रीय संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने पिछले […]
देशभर में आइपीपीबी की 650 ब्रांच व 3250 एक्सेस प्वाइंट्स
कोलकाता : इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से हम घर बैठे बैंकों वाली सारी सुविधा प्राप्त कर सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तत्कालीक केंद्रीय संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने पिछले वित्तीय वर्ष में दिल्ली से इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) की शुरुआत की थी. आज देशभर में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आइपीपीबी) की लगभग 650 ब्रांच और 3250 पोस्ट ऑफिसेज एक्सेस प्वॉइंट्स का लाभ आम जनता ले रही है.
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की राज्य में कुल 27 ब्रांच और 135 एक्सेस प्वॉइंट्स खोले गये हैं. राज्य के ग्रामीण व शहरी इलाकों में लगभग 11,000 डाकिया घर-घर जाकर इस बैंकिंग सेवा को मुहैया करा रहे हैं. डिजिटलीकरण के दौर में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने जहां देश में बैंकों की कमी को पूरा करने का काम किया है, वहीं इससे वह लोग भी लाभांवित हो रहे हैं, जो कम पढ़े-लिखे हैं. इससे जहां देश के ग्रामीण व दूरदराज के अंचलों में रहनेवाले लोगों को अपने गांव में ही बैंक की सुविधा प्राप्त हो रही है, वहीं इससे डिजिटल इंडिया को भी बढ़ावा मिला है.
इस सेवा का लाभ उठा रहे हावड़ा के दीपक राय बताते हैं कि इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक एटीएम से भी आगे की सोच है. एटीएम में तो आपको जाकर रुपये निकालने पड़ते हैं, लेकिन इसमें तो बैंक ही आप के घर आ जाता है.
बड़ाबाजार में रहनेवाले सतीश सिंह कहते हैं कि बैंकों की स्थापना का उद्देश्य था, देश की जनता का आर्थिक और सामाजिक प्रगति और सहूलियत, लेकिन आज भी देश में खासकर ग्रामीण अंचलों के लोगों को बैंक में जाने के लिए काफी लंबा सफर तय करना पड़ता है. आइपीपीबी से हम घर बैठे बैंकिंग सुविधा प्राप्त कर रहे हैं.
एक अधिकारी ने बताया कि आजादी के बाद से अबतक देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकों की ब्रांचों की संख्या 49 हजार थी, लेकिन आइपीपीबी के खुलने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक ब्रांचों की संख्या 1.30 लाख हो गयी है. फिलहाल देशभर के 28 राज्यों के 676 जिलों में कुल 56 ग्रामीण बैंक हैं.
चीफ पोस्ट मास्टर जनरल, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह गौतम भट्टाचार्या ने बताया कि भारत सरकार ने हमेशा से ही इस पर ध्यान दिया है कि वित्तीय लेन-देन आसान, विश्वसनीय और डिजिटलाइज हो. सरकार के इस लक्ष्य को पाने में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक काफी सहायक है. 360 डिग्री फाइनेंसियल सर्विसेस आइपीपी बैंक के माध्यम से प्रदान किया जा रहा है. इसका सबसे ज्यादा लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग ले रहे हैं. जनता की मांग को देखते हुए देशभर में एक्सेस प्वॉइंट्स की संख्या बढ़ा कर 1.55 लाख करने की योजना है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement