कोलकाता.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद शमिक भट्टाचार्य ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस असल में दखल करने की राजनीति में विश्वास रखती है. इसलिए वह चाहती है कि एसआइआर प्रक्रिया भी उनके नियंत्रण में हो. ऐसा नहीं होने पर ही तृणमूल कांग्रेस बौखला गयी है. हालांकि, शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि एसआइआर को लेकर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की सभी सवालों का जवाब चुनाव आयोग देगा. शमिक ने आगे आरोप लगाया कि जिस तरह से मुख्यमंत्री संघीय ढांचे को नकार कर कॉन्स्टिट्यूशन को चैलेंज कर रही हैं, मुझे लगता है कि कॉन्स्टिट्यूशन की भी टॉलरेंस की एक लिमिट होती है. इसके बाद शायद किसी दिन संविधान भी संविधान की भाषा बोलेगा. श्री भट्टाचार्य ने दुर्गांगन को लेकर सीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो जमीन इंडस्ट्री के लिए आवंटित की गयी थी, अब उसी जमीन पर दुर्गांगन बन रहा है. यहां नये उद्योग नहीं लग रहे हैं, बल्कि राज्य सरकार अपने फंड से मंदिर बनाने में जुट गयी है. प्रदेश अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने तृणमूल कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि हुमायूं कबीर वास्तव में तृणमूल का ही “प्लान-बी” हैं. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “हुमायूं कबीर तृणमूल है और तृणमूल हुमायूं कबीर है. इन दोनों में कोई अंतर नहीं है. अगर तृणमूल चुनाव नहीं जीत पायी तो आगे क्या करेगी, इसी मंशा से उसने अपनी बी-टीम खड़ी कर दी है.शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि आज राज्य की जनता, विशेषकर अल्पसंख्यक समुदाय भी तृणमूल कांग्रेस को वोट देने की स्थिति में नहीं है. अल्पसंख्यकों ने भी तृणमूल को परख लिया है और सच्चाई समझ ली है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे दावा किया कि जनता ने इस बार बदलाव का मन बना लिया है. जनता ठान चुकी है और इस बार जनता तृणमूल का विसर्जन करके रहेगी. भाजपा ने दोहराया कि राज्य में कानून-व्यवस्था, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति से त्रस्त जनता अब तृणमूल कांग्रेस से मुक्ति चाहती है और आगामी चुनावों में भाजपा को एक सशक्त विकल्प के रूप में देख रही है.
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