संवाददाता, कोलकाता
कलकत्ता हाइकोर्ट के न्यायाधीश तीर्थंकर घोष ने नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले के आरोपी सुजय कृष्ण भद्र की जमानत से संबंधित मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है. गौरतलब है कि हाइकोर्ट की न्यायाधीश शुभ्रा घोष की पीठ में जमानत मामले की सुनवाई लगभग पूरी हो गयी थी. लेकिन न्यायाधीशों के मामलों की सुनवाई के रोस्टर में बदलाव होने के बाद यह मामला न्यायाधीश तीर्थंकर घोष की अदालत में सुनवाई के लिए गया था. लेकिन न्यायाधीश तीर्थंकर घोष ने खुद को इस मामले से अलग कर लिया है.
गौरतलब है कि यह मामला अब कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के पास जायेगा और वह मामले की सुनवाई के लिए फिर से एक न्यायाधीश की नियुक्ति करेंगे. चूंकि मामला लगभग पूरा हो चुका है, इसलिए अदालत के सूत्रों के अनुसार, इसकी सुनवाई के लिए न्यायमूर्ति शुभ्रा घोष की पीठ को भेजे जाने की संभावना है. गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने 2023 में नियुक्ति भ्रष्टाचार के मामले में सुजय कृष्ण भद्र उर्फ कालीघाटेर काकू को गिरफ्तार किया था. बाद में, सीबीआइ ने उसी मामले में ‘कालीघाटेर काकू’ को फिर से गिरफ्तार किया था.
हालांकि, सुजय कृष्ण की शारीरिक स्थिति को देखते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय ने उन्हें 18 फरवरी को कई शर्तों के आधार पर जमानत दे दी थी. अभी वह जेल से बाहर हैं. हालांकि, सुजय कृष्ण भद्र ने शर्तों में छूट देने की मांग करते हुए अदालत का रुख किया है.
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