नौकरी के बदलते परिदृश्य में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों पर जोर
पत्रकारिता के बदलते स्वरूप पर चर्चा
प्रतिनिधि, कल्याणी.
नदिया जिला स्थित कल्याणी विश्वविद्यालय में शुक्रवार से 10 दिवसीय पत्रकारिता कार्यशाला की शुरुआत हुई, जो 17 अगस्त तक चलेगी. यह कार्यशाला विश्वविद्यालय के छह महीने के पत्रकारिता प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम के अंतर्गत आयोजित की गयी है, जिसे व्यावसायिक शिक्षा की दृष्टि से काफी सफल माना जा रहा है.
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो देबांग्शु रॉय ने उद्घाटन करते हुए कहा कि वर्तमान दौर में पत्रकारों को निष्पक्षता और सत्यता का पालन करते हुए सूचना को सही ढंग से प्रस्तुत करना चाहिए. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के बंगला विभाग की अध्यक्ष प्रो नंदिनी बनर्जी ने कार्यशाला के समसामयिक महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि छात्रों को केवल सैद्धांतिक शिक्षा ही नहीं, बल्कि व्यावसायिक प्रशिक्षण भी दिया जाना चाहिए. पत्रकारिता की यह कार्यशाला छात्रों को मीडिया के क्षेत्र में एक स्पष्ट दृष्टिकोण देने में सहायक होगी.
मीडिया विशेषज्ञों की भागीदारी और अनुभव : कार्यशाला में लेखक विनायक बनर्जी, प्रो संजीत मंडल और कवि चिन्मय दास सहित लगभग दो सौ छात्र और शोधार्थी उपस्थित रहे. इस कार्यशाला में विभिन्न विश्वविद्यालयों के मीडिया अध्ययन से जुड़े प्रोफेसर, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अनुभवी पत्रकार तथा संपादक प्रशिक्षण दे रहे हैं. कार्यशाला के निदेशक प्रो सुखेन विश्वास ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप इस तरह की पहल छात्रों को करियर की दिशा में व्यवहारिक अनुभव प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण है.
इस पत्रकारिता पाठ्यक्रम के पूर्व छात्रों ने आकाशवाणी, दूरदर्शन और अन्य प्रमुख मीडिया संस्थानों में अपनी भूमिका निभायी है. इस बार भी लगभग 100 छात्र प्रशिक्षण ले रहे हैं. विश्वविद्यालय का मानना है कि इस तरह की कार्यशालाएं छात्रों को न केवल मीडिया जगत के लिए तैयार करती हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाती हैं.
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