कल्याणी. नदिया जिले में सांप्रदायिक सद्भाव और इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए जेबर शेख नामक एक मुस्लिम व्यक्ति ने एक असहाय हिंदू व्यक्ति का अंतिम संस्कार कराया. जेबर शेख, जो नदिया जिला परिषद के पूर्व सदस्य हैं, ने यह कदम उठाकर मानवता और आपसी भाईचारे का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है. यह घटना चापड़ा थाने के अंतर्गत भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित बंगालजी गांव की है, जहां रवींद्रनाथ शर्मा नामक एक हिंदू शख्स का निधन हो गया. उनके निधन से उनकी पत्नी सविता शर्मा और दो छोटे बच्चों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. परिवार के पास न धन था, न कोई नजदीकी रिश्तेदार, जो संकट की इस घड़ी में सहारा दे सके.
ऐसे समय में जेबर शेख आगे आये और अंतिम संस्कार की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली. उन्होंने न केवल अंतिम संस्कार के सभी धार्मिक रीति-रिवाज पूरे कराये, बल्कि शोकसभा के लिए भोजन की पूरी व्यवस्था भी स्वयं की. हर पारंपरिक व्यंजन उन्होंने अपने खर्च पर तैयार करवाया और मृतक के घर पहुंचाया.
जब रवींद्रनाथ के बच्चे अपने पिता को याद कर रो पड़े, तो जेबर शेख ने उन्हें सांत्वना देते हुए कहा : धर्म बाद में आता है, इंसानियत पहले. आज तुम्हें जरूरत है, कल शायद मुझे होगी. हमें एक-दूसरे का सहारा बनना है.
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