कोलकाता
. राज्य उच्च माध्यमिक शिक्षा पर्षद (एचएस काउंसिल) ने परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. कक्षा 12वीं के जो छात्र सितंबर में तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा देंगे, उन्हें अपनी ओएमआर उत्तर पुस्तिकाओं की प्रतियां रखने या परिषद की वेबसाइट से एक्सेस करने की अनुमति दी जायेगी. इसके साथ ही, बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए अंतिम उत्तर कुंजी (आंसर की) भी सार्वजनिक की जायेगी.एचएस काउंसिल के अध्यक्ष चिरंजीव भट्टाचार्य ने जानकारी दी कि इस संबंध में अगली सप्ताह एक बैठक बुलायी गयी है, जिसमें यह तय किया जायेगा कि छात्रों को ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी दी जाये या फिर उनकी स्कैन की गयीं प्रतियां वेबसाइट पर अपलोड की जायेंगी. छात्रों को अपने लॉगिन आइडी के जरिये इन प्रतियों तक पहुंच मिलेगा और वे अपने उत्तर अंतिम उत्तर कुंजी से मिलान कर सकेंगे.क्यों पड़ी पारदर्शिता बढ़ाने की जरूरत : यह पहल ऐसे समय में सामने आयी है, जब स्कूल शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं को लेकर विवाद चल रहा है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 25,753 शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्तियां रद्द कर दी गयी थीं. उस मामले में ओएमआर शीट नष्ट किये जाने का आरोप स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) पर लगा था.
इन्हीं घटनाओं के मद्देनजर एचएस काउंसिल ने पारदर्शी मूल्यांकन प्रक्रिया की दिशा में यह नयी व्यवस्था लागू करने का फैसला लिया है, जिससे छात्रों को मूल्यांकन में किसी भी प्रकार की अस्पष्टता न रहे.पिछले वर्ष से कक्षा 11वीं और 12वीं की परीक्षाएं चार सेमेस्टर में आयोजित की जा रही हैं. पहला और तीसरा सेमेस्टर : एमसीक्यू आधारित, ओएमआर शीट पर आधारित परीक्षा. दूसरा और चौथा सेमेस्टर : लघु और वर्णनात्मक उत्तर आधारित परीक्षा.
पहले और दूसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं स्कूल स्तर पर आयोजित की जाती हैं, जबकि तीसरे और चौथे सेमेस्टर की जिम्मेदारी एचएस काउंसिल के पास होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है