प्रतिनिधि, हल्दिया
पश्चिम बंगाल में चुनावी माहौल गरमाने लगा है. इसी बीच नंदीग्राम में तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी के ‘डायमंड हार्बर मॉडल’ की चर्चा ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है. दरअसल, हाल ही में केरल हादसे में मारे गये प्रवासी मजदूर भीमचरण बारिक का शव विमान से लाने की व्यवस्था अभिषेक ने की थी. इस पहल के बाद मृतक के परिवार और इलाके के कुछ लोगों ने तृणमूल नेता की सराहना की और कहा कि नंदीग्राम में भी ‘डायमंड हार्बर मॉडल’ लागू किया जाये. इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए नंदीग्राम के विधायक और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि “एक करोड़ रुपये देंगे, तब भी नंदीग्राम का कोई हिंदू अभिषेक को वोट नहीं देगा.” उन्होंने दावा किया कि इस तरह की सेवाएं वह खुद रोजाना लोगों के लिए करते हैं.
श्री अधिकारी ने अभिषेक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “उन्होंने रासबिहारी के एक एनजीओ के जरिये जो काम किया, उस पर इनकम टैक्स का नोटिस आया है. समय आने पर मैं सारे सबूत सामने लाऊंगा. इन सब कामों से कुछ हासिल नहीं होगा. एक करोड़ रुपये दे दें, तब भी कोई हिंदू वोट नहीं देगा. अगले वर्ष अप्रैल के बाद सबकुछ बदल जायेगा. उनके घर से ईंट तक निकाल लाऊंगा, बस देखते रहिए.” स्थानीय राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बयान से नंदीग्राम की राजनीति में नयी हलचल शुरू हो गयी है. वहीं तृणमूल नेता के समर्थक इसे चुनावी बयान बताते हुए कह रहे हैं कि विपक्ष डर के कारण इस तरह की बयानबाजी कर रहा है.
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