समाज सेवा के लिए चार चयनित एनजीओ को मिलेगी सहायता राशि
कोलकाता गिव्स के मंच से की गयी घोषणा
संवाददाता, कोलकातासमाज में गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए कई संस्थाएं काम कर रही हैं, लेकिन उनमें से बेहतर कार्य करने वाली चार संस्थाओं (एनजीओ) को सहायता देने के उद्देश्य से ‘कोलकाता गिव्स’ के मंच से उद्योग जगत से जुड़े दानदाताओं ने पांच करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि देने की घोषणा की. शनिवार को कोलकाता के एक होटल में गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) की मदद हेतु फंड रेजिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. दानदाताओं और गैर सरकारी संगठनों को एक मंच पर लाने वाली संस्था ‘कोलकाता गिव्स’ ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया.
कार्यक्रम में समाज के लिए बेहतर काम करने वाली चार चयनित गैर सरकारी संस्थाओं में सुंदरवन क्षेत्र के लिए काम करने वाली ‘मुक्ति’, हावड़ा के टिकियापाड़ा की ‘समैरिटन हेल्प मिशन’, मानसिक स्वास्थ्य पर कार्य करने वाली संस्था ‘मनोविकास केंद्र’ और पूर्वोत्तर क्षेत्र की ‘सनबर्ड ट्रस्ट’ को शामिल किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न उद्योगपतियों ने इन संस्थाओं को सहायता देने की घोषणा की. किसी ने 50 लाख रुपये, किसी ने 15 लाख रुपये, तो किसी ने 11 लाख रुपये देने का एलान किया. इस तरह विभिन्न दानदाताओं द्वारा कुल मिलाकर पांच करोड़ रुपये से अधिक की राशि देने की घोषणा की गयी. मौके पर ‘कोलकाता गिव्स’ के ट्रस्टी अनंत नेवटिया, पवन अग्रवाल, महेश पंसारी, ज्योतिवर्धन संथालिया, मुदर पथेर्या, करन गोयनका, सौरभ दुगड़, मुक्ति गुप्ता समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री प्राप्तकर्ता सज्जन भजनका ने अपने जीवन के अनुभव साझा किये. उन्होंने बताया कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि शुरू में उनके पास पैसे नहीं थे, लेकिन हौसले और मेहनत के बल पर वह आगे बढ़ते गये. उन्होंने ‘कलकत्ता सेंचुरी प्लाईवुड’ फैक्ट्री की स्थापना की और धीरे-धीरे कई उद्योग खड़े किये. उन्होंने बताया कि आज उनके उद्योगों से करीब 25 हजार परिवार जुड़े हैं. सज्जन भजनका ने कहा कि कोलकाता शहर ने उन्हें बहुत प्रेम और सम्मान दिया है, जिसके लिए वह इस शहर के आभारी हैं. उन्होंने कहा कि वह कई सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हैं और समाज के लिए काम करना जारी रखेंगे. उन्होंने अपने शुरुआती दिनों का जिक्र करते हुए कहा कि जब उन्होंने समाज सेवा की ठानी, तब अपने समय का 20 प्रतिशत हिस्सा सामाजिक कार्यों को देना शुरू किया. धीरे-धीरे यह यात्रा उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गयी. ‘कोलकाता गिव्स’ के फाउंडर ट्रस्टी पवन अग्रवाल ने बताया कि संस्था विभिन्न तरीकों से सामाजिक हित में कार्यक्रम आयोजित करती रही है. उन्होंने कहा कि 2015 से अब तक ‘कोलकाता गिव्स’ करीब 25 से 30 एनजीओ की मदद कर चुकी है. इस बार आयोजित फंड रेजिंग कार्यक्रम में संस्था के मंच से चार एनजीओ के लिए पांच करोड़ रुपये से अधिक की राशि देने की घोषणा की गयी. उन्होंने बताया कि ‘कोलकाता गिव्स’ हर वर्ष चार ऐसे एनजीओ का चयन करती है, जो जमीनी स्तर पर लोगों के लिए कार्य कर रहे हों. उन्हें दानदाताओं से जोड़कर मदद का हाथ बढ़ाया जाता है. इसके तहत एनजीओ और दानदाताओं को एक मंच पर लाकर मिलान कर सहायता प्रदान की जाती है. उन्होंने कहा कि ‘कोलकाता गिव्स’ प्राकृतिक आपदाओं में भी लोगों के बीच जाकर राहत कार्य करती है. संस्था स्वयं भी मदद करती है और एनजीओ के माध्यम से भी जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

