संवाददाता, कोलकाता
तृणमूल कांग्रेस के कूचबिहार जिला अध्यक्ष गिरिंद्रनाथ बर्मन द्वारा बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) को कथित तौर पर धमकी देने के मामले में प्रदेश भाजपा ने शुक्रवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मनोज अग्रवाल को पत्र लिखकर शिकायत की. तृणमूल जिला अध्यक्ष के कथित बयान पर विवाद छिड़ गया है. उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि अगर एसआइआर प्रक्रिया के दौरान बीएलओ 2002 की पूरी मतदाता सूची के बिना आयेंगे, तो उन्हें पेड़ों से बांधकर पीटा जायेगा. प्रदेश भाजपा के नेता शिशिर बाजोरिया ने सीईओ को लिखे पत्र में इसका उल्लेख करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. पत्र में कहा कि तृणमूल जिला अध्यक्ष ने बीएलओ को खुलेआम धमकाया है और अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि अगर वह 2002 की पूरी मतदाता सूची के बिना आये तो वे उसे बांध दें. भाजपा ने दावा किया कि इस तरह की धमकी कोई अकेली घटना नहीं है. ऐसी सभी धमकियां पूर्वनियोजित हैं और इनका एकमात्र उद्देश्य बीएलओ को धमकाना है. वे एसआइआर के अनुसार काम न करें या इन बेईमान तृणमूल पदाधिकारियों के आगे पूरी तरह से झुक जायें. उन्होंने अपने पत्र के साथ तृणमूल नेता की टिप्पणी संबंधी वीडियो का लिंक भी संलग्न किया है. उन्होंने आयोग से मांग की कि गिरिंद्रनाथ बर्मन के खिलाफ एक सरकारी अधिकारी को उसकी ड्यूटी के दौरान धमकाने के लिए एफआइआर दर्ज करायें. अगर तुरंत कड़ी कार्रवाई नहीं की गयी तो धमकियों की ऐसी घटनाएं बढ़ती रहेंगी और शारीरिक हमले की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. इस बीच, शिकायत के बाद सीईओ कार्यालय ने बीएलओ को धमकी मामले में जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब किया है.बर्मन एक कथित वीडियो में यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त व्यक्ति 2002 की मतदाता सूची से संबंधित डेटा लेकर आयें. धमकी देते हुए आगे वह कह रहे हैं कि उन्हें डेटा कैसे लाना है, यह चुनाव आयोग का सिरदर्द है. वरना चुनाव आयोग के अधिकारी यानी बीएलओ को पेड़ों से बांध दिया जायेगा. हालांकि प्रभात खबर ने इस कथित वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की है.
शुभेंदु अधिकारी ने सीईओ का ध्यान आकृष्ट किया
बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी अपने एक्स हैंडल पर बीएलओ को धमकाने के बारे में बंगाल के सीईओ मनोज अग्रवाल का ध्यान आकृष्ट किया है. श्री अधिकारी ने अपने पोस्ट में कहा, श्रीमान सीईओ, मैं आपके ध्यान में यह लाने के लिए बाध्य हूं कि तृणमूल नेता द्वारा यह एक निर्लज्ज धमकी भरा कृत्य है, जो वर्षों से सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा अपनायी गयी निरंकुश चाल की बू आ रही है. तृणमूल के कूचबिहार जिला अध्यक्ष गिरिंद्रनाथ बर्मन, जो खुद को नेता बताते हैं, लेकिन स्थानीय डान की तरह व्यवहार करते हैं, उन्होंने उस बीएलओ के खिलाफ सार्वजनिक रूप से युद्ध की घोषणा कर दी है, जिन पर हमारी मतदाता सूची की पवित्रता बनाए रखने का दायित्व है. उन्होंने आयोग से तृणमूल नेता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

