प्रतिनिधि, खड़गपुर
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत डेबरा ब्लाॅक के तीन नंबर अंचल के हरिद्रपाठ इलाके में बीएलओ संजय कोइला को इलाके के तृणमूल बूथ अध्यक्ष शेख लुत्फर आलम भी मौजूद दिखे. मामले ने तूल पकड़ा और तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो गयी. हालांकि, प्रभात खबर इस वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. वहीं, विपक्ष ने इस मामले की शिकायत की. वहीं, स्थानीय निवासियों का दावा है कि बीएलओ गांव के प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक हैं.
ऐसे में वह गांव के सभी लोगों को जानते हैं. उनकी शिकायत है कि सबको पता होने के बावजूद बीएलओ तृणमूल बूथ अध्यक्ष के साथ मिलकर अपनी मनमर्जी की जगह से फॉर्म बांट रहे हैं. फिलहाल उन पर राजनीतिक दबाव बनाया गया है. हालांकि बीएलओ ने आरोप से इनकार किया. उनका कहना है कि वह किसी को नहीं जानते. वह आयोग के निर्देशानुसार कार्य कर रहे हैं. वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि बीएलओ गांव के प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक हैं. वहीं, भाजपा के घाटाल सांगठनिक जिला महासचिव सुकेश सोरेन ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि तृणमूल एसआइआर प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है.
उन्होंने कहा कि वह चुनाव आयोग से लिखित शिकायत करेंगे. दूसरी ओर, तृणमूल अध्यक्ष लुत्फर आलम ने इस आरोप से इनकार किया है. उन्होंने कहा : यह आरोप पूरी तरह से गलत है. बीएलओ की सहायता के लिए टीम बीएलए मौजूद हैं.
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