संवाददाता, कोलकाता.
संसद के मानसून सत्र में शुक्रवार को एक अनोखा विवाद देखने को मिला. तृणमूल कांग्रेस सांसदों ने बंगाली संस्कृति और इतिहास के प्रतीक विशेष बैज पहनकर सदन में प्रवेश किया. इन बैजों पर कविगुरु रवींद्रनाथ ठाकुर, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, रामकृष्ण परमहंस, ईश्वरचंद्र विद्यासागर, बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय, क्रांतिकारी खुदीराम बोस और विनय-बादल-दिनेश जैसी ऐतिहासिक हस्तियों की तस्वीरें थीं. बैज के ऊपर ‘जय हिंद’ और नीचे ‘जय बंगला’ अंकित था. तृणमूल का कहना है कि इस पर सरकार की ओर से आपत्ति जतायी गयी.
राज्यसभा सांसद ऋतब्रत बनर्जी ने कहा, ‘हमने कोई प्लेकार्ड या पोस्टर नहीं लहराया, केवल अपने महान विभूतियों के चित्र वाला बैज पहना. फिर भी आपत्ति जताना बंगाल और बंगालियों का अपमान है.’ पार्टी का आरोप है कि भाजपा-शासित केंद्र सरकार पहले भी कई बार बंगाल और उसकी संस्कृति को निशाना बनाती रही है.
तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने साफ शब्दों में कहा है कि बंगाल के सम्मान की रक्षा ही उनकी प्राथमिकता है. इस मुद्दे पर विपक्षी दल डीएमके और कांग्रेस भी तृणमूल के साथ खड़े हो गये हैं. सदन में यह मामला गरमा गया और बंगाल की अस्मिता को लेकर राजनीतिक माहौल और भी तूल पकड़ता दिख रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

