कोलकाता. पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को मतदाता सूची के कार्य में जुटे बीएलओ को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई भी बीएलओ सत्तारूढ़ पार्टी के इशारे पर कार्य करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से बिहार में बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई की गयी, ऐसी ही कार्रवाई बंगाल में भी की जायेगी. उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में गड़बड़ी करने वाले बीएलओ को गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा. बिहार में 52 बीएलओ को चुनाव आयोग ने जेल में भेजने का निर्देश दिया था, ऐसा ही बंगाल में भी होगा.वहीं, राज्य की मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया में “गंभीर राजनीतिक हस्तक्षेप” का आरोप लगाते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग के मानकों का खुला उल्लंघन किया है. उन्होंने एक तृणमूल नेता का नाम बीएलओ की सूची में होने का दावा करते हुए एक पोस्ट शेयर किया है. श्री अधिकारी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट में दावा किया कि पूर्व मेदिनीपुर जिले के पाटशपुर विधानसभा क्षेत्र (संख्या 212) के मनीनाथपुर प्राथमिक विद्यालय स्थित मतदान केंद्र (भाग संख्या 13) में नियुक्त बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) नब कुमार मलिक, तृणमूल कांग्रेस की निर्वाचित पंचायत समिति सदस्य रीता भांज मलिक के पति हैं. भाजपा नेता ने इसे “निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का घोर उल्लंघन” बताते हुए कहा कि बीएलओ के रूप में केवल तटस्थ सरकारी अधिकारियों की नियुक्ति की जानी चाहिए, लेकिन तृणमूल सरकार के अधीन पार्टी कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों के परिजनों और राजनीतिक निष्ठा रखने वाले शिक्षकों को नियुक्त किया गया है.
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