11 भक्तों को उपहार में मिले रजत निशान, ज्योति पाठ व भजनों की बौछार
हावड़ा : 2019 को विदाई और 2020 के स्वागत पर पूर्वी भारत में बाबा श्याम के सबसे भव्य विराट मंदिर श्री श्याम मंदिर घुसुड़ीधाम में आयोजित श्री श्याम महाकुम्भ मेला-2020 में लाखाधिक श्याम भक्तों का जो सैलाब उमड़ा, उसने फाल्गुन मेला की याद ताजा कर दी. वैसे भी इस वर्ष का यह श्याम महाकुम्भ मेला भक्तों के हृदय पर अमिट छाप छोड़ गया. ‘नये वर्ष की उमंग, श्याम धणी के संग’ मनाने आये हजारों भक्तों को बाबा श्याम का कृपासिक्त दुपट्टा, गोंद के लड्डुओं का महाभोग व ‘सत्य सर्वदा’ हिंदी पाक्षिक के नये साल का कलेंडर भेंट कर सम्मानित किया गया.
मेला का अन्यतम आकर्षण रहा 11 भक्तों को रजत निशान का उपहार, जिसका चयन नववर्ष में प्रवेश के पश्चात लकी ड्रॉ के जरिये किया गया. इस बीच, आज श्री श्याम महाकुम्भ मेला-2020 के दूसरे दिन सुबह मंदिर के कपाट खुलने से पहले ही भक्तों की अपार भीड़ नये साल की पहली सुबह बाबा श्याम के दीदार को उमड़ पड़ी और इसके साथ शुरू हुई भक्तों की लंबी कतारों ने घुसुड़ीधाम को श्याम भक्तों के सैलाब से लबालब कर दिया और यह स्थिति देर रात मंदिर के कपाट बंद होने तक बनी रही.
बुधवार को सुबह से मंदिर के सभागार में सामूहिक अखंड ज्योति पाठ का आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों भक्तों ने दलजीत-गुरप्रीत के साथ सस्वर बाबा श्याम की महिमा का गुणगान किया. इसके पश्चात् ‘बाबा की मनुहार’ में अनेक भजन गायकों ने भजनों की अमृत वर्षा कर भक्तों को भाव विभोर किया. इस अवसर पर श्री मालीराम शास्त्री ने कहा कि घुसुड़ीधाम का यह दरबार भक्तों का संकटमोचक बन गया है. कार्यक्रम का संचालन मनोज बालासिया व मंच संचालन सुरेश कुमार भुवालका ने किया.
मेला के सफल आयोजन हेतु मंदिर के प्रबन्ध न्यासी बिनोद टिबड़ेवाल ने हावड़ा सिटी पुलिस, न्यू आयरन मार्केट एसोसिएशन, पवन गर्ग सहित सभी सहयोगियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की. यह दो दिवसीय मेला आज देर रात धूमधाम से सम्पन्न हो गया. बिनोद टिबडे़वाल, नवल सुल्तानिया, मंजू टिबड़ेवाल, किशन कासुका, कपिल अग्रवाल, वरूण अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, शिवप्रकाश परसरामपुरिया, सांवरमल अग्रवाल, राधेश्याम टिबड़ेवाल, पवन गर्ग, मुकेश कानोड़िया, टिंकू चौधरी, राजेश अग्रवाल, नारायण टिबड़ेवाल, राकेश गर्ग, राजेश सिंघानिया, संजय टिबड़ेवाल, देवेंद्र कासुका विशेष रुप से सक्रिय रहे. अब मंदिर में वार्षिक फाल्गुन मेला 2020 के उपलक्ष में विभिन्न संस्थाओं द्वारा निशान (ध्वजाएं) चढ़ाने का सिलसिला शुरू होगा, जो मंदिर द्वारा आयोजित रंग-रंगीला फाल्गुन मेला के पहले तक चलेगा.