कोलकाता : सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को महेशतला विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा को 62,831 वोटों से हराकर जीत दर्ज की. निर्वाचन अधिकारी शर्मिष्ठा घोष ने बताया कि तृणमूल उम्मीदवार दुलाल दास को 104,818 वोट मिले जबकि भाजपा के सुजीत घोष को 41,987 वोट प्राप्त हुए.
वाम मोर्चा के उम्मीदवार प्रभात चौधरी , जिन्हें कांग्रेस का भी समर्थन प्राप्त था , को 30,316 वोट मिले. तृणमूल कांग्रेस की विधायक कस्तूरी दास के निधन के बाद इस सीट पर 28 मई को उप – चुनाव कराया गया था. दुलाल दास कस्तूरी के पति हैं. राज्य की 294 सदस्यीय विधानसभा में तृणमूल के 215 विधायक हैं. दास ने जीत के बाद कहा , ‘ यह ममता बनर्जी और विकास की उनकी राजनीति की जीत है.’ दूसरी ओर , भाजपा उम्मीदवार घोष ने संतोष व्यक्त किया कि 2016 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को 14,909 वोट मिले थे जबकि इस बार 41,987 वोट मिले.
तृणमूल कांग्रेस के दुलाल दास ने भाजपा के सुजीत घोष को 62 हजार से ज्यादा मतों से हराया
नयी दिल्ली. लोकसभा की चार और विधानसभा की दस सीटों पर हुए उपचुनाव में विपक्ष का पलड़ा भारी रहा. चार लोकसभा सीटों में से एक पर भाजपा जीती है, जबकि दो सीटें उसने गवां दी है. यूपी के कैराना और महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीट पर भाजपा को करारी हार मिली है. कैराना से रालोद उम्मीदवार तबस्सुम हसन ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी मृगांका सिंह को 44618 मतों से हराया है. इस जीत के साथ ही तबस्सुम 16वीं लोकसभा में यूपी से पहली मुस्लिम सांसद बन गयीं. यहां सपा, बसपा और कांग्रेस ने रालोद का साथ दिया था.
सपा ने नूरपुर विस सीट भी भाजपा से छीन ली है.
इधर, महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया और पालघर लोकसभा सीट में से महज एक सीट भाजपा के खाते में गयी. भंडारा-गोंदिया से एनसीपी के उम्मीदवार मधुकर कुकड़े ने भाजपा के हेमंत पाटले को शिकस्त दी है. भाजपा पालघर लोकसभा सीट को बचाने में कामयाब रही है. उधर, नगालैंड लोकसभा सीट पर भाजपा की सहयोगी पार्टी पीडीए के तोखेहो येपथोमी ने एनपीएफ के सी अपोक जामिर को हराया है. बिहार के जोकीहाट सीट पर भाजपा की सहयोगी पार्टी जेडीयू को हार का सामना करना पड़ा. उत्तराखंड के थराली विधानसभा सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की है.
वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उत्तर प्रदेश की 80 में से 71 सीटें जीती थीं, जबकि उसके सहयोगी अपना दल को दो सीटें मिली थीं. उस चुनाव में इस सूबे से एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं जीत सका था. 2014 में भाजपा के हुकुम सिंह ने कैराना लोकसभा सीट जीती थी. सिंह के निधन के बाद यह सीट रिक्त हुई थी.
