अच्छे दिन, विकास का आश्वासन देकर बेचा जा रहा सरकारी कंपनियों को
दूसरी बार सत्ता में आयी एनडीए सरकार एएसपी, चिरेका को बेचने पर तुली
जामुड़िया : सातग्राम एरिया अंतर्गत नीमडांगा स्थित सातग्राम प्रोजेक्ट में सीटू, एचएमएस एवं एआईटीयूसी ने संयुक्त रूप से शुक्रवार को केन्द्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया तथा सभा की. सीएमएसआई (सीटू) के एरिया सचिव सह राज्य कमेटी सदस्य देवीदास बनर्जी ने कहा कि वर्ष 2014 में पूरे बहुमत के साथ केन्द्र सरकार में बीजेपी आई.
उस समय आम जनता को दिलासा दिया गया कि अच्छे दिन आने वाले हैं. लेकिन अच्छे दिन के बजाय लोगों के लिए बुरे दिन आ गये हैं. फिर 2019 में केन्द्र सरकार में बीजेपी पूरी बहुमत के साथ आई है. लोगों के लिए और भी बुरे दिन आ गये. सभी कारखानों को बंद किया जा रहा है.
दुर्गापुर एलॉय स्टील कारखाना, चितरंजन रेल इंजन कारखाना, हिन्दुस्तान केबुल्स, कोलियरियों को बंद किया जा रहा है. रोटीबाटी कोलियरी, मुसलिया कोलियरी, कुमारडीह कोलियरी, शिवडांगा एसएसआइ कोलियरी, निंघा कोलियरी को बंद कर दिया गया है. सरकार की योजना इन कोयला खदानों को बंद कर बाद में इन्हें निजी कंपनियों को सौंपने का है. उन्होंने कहा कि कम समय में अधिक से अधिक प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के लिए भूमिगत खदानों के बजाय खुली कोयला खदानें खोली जा रही हैं.
उन्होंने कहा कि यूनियनें इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगी. आनेवाले समय में कोयला मजदूर अपना आंदोलन और भी तेज करेंगे. उन्होंने कहा कि जिस भी सरकार ने कोयला खदानों के खिलाफ निर्णय लिया है, उन सरकारों को जाना पड़ा है. इस सरकार के भी जाने का मार्ग प्रशस्त हो रहा है. जीएस ओझा, भरत पासवान, गौतम चट्टराज, गणेश महतो, हिमाद्री चक्रवर्ती आदि ने भी संबोधित किया.