लोस चुनाव में सांगठनिक नेताओं व जनप्रतिनिधियों की भूमिका की होगी समीक्षा
संवाददाता, कोलकाता
लोकसभा चुनाव के पहले ही तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कई कार्यक्रमों में कहा था कि वह चुनाव के बाद राज्य के हर स्थानों की समीक्षा करेंगे कि कहां पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा और कहां नहीं. उन्होंने यह भी कहा था कि चुनाव के दौरान निष्क्रिय रहने वाले नेताओं व जनप्रतिनिधियों के खिलाफ तृणमूल नेतृत्व कार्रवाई करने से नहीं चूकेगा. 21 जुलाई को तृणमूल की ओर से महानगर में आयोजित ‘शहीद दिवस’ की सभा के दौरान भी श्री बनर्जी ने फिर इसे दोहराते हुए कहा था कि तीन महीनों के बाद इसका नतीजा लोगों के समक्ष आयेगा.
सूत्रों के अनुसार, इसी बीच पता चला है कि श्री बनर्जी ने लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के सांगठनिक नेताओं व जनप्रतिनिधियों की भूमिका को लेकर तृणमूल के तमाम विधायकों और सांसदों से एक रिपोर्ट देने को कहा है. इस बार लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में तृणमूल ने अच्छा प्रदर्शन किया है. फिर भी कुछ विधानसभा क्षेत्रों व नगर निकायों व पंचायतों के अंतर्गत आने वाले इलाकों में नतीजे तृणमूल के पक्ष में नहीं रहे.
इन क्षेत्रों के नतीजे क्यों खराब हुए. कहीं इसमें उन इलाकों के पार्टी के नेताओं की निष्क्रियता इसका कारण तो नहीं. ऐसे कई सवालों का जवाब जानने की तैयारी में तृणमूल नेतृत्व जुट गया है. यही वजह हे कि श्री बनर्जी की ओर से तृणमूल के सांसदों और विधायकों से लिखित ””फीडबैक”” देने को कहा गया है. रिपोर्ट मिलने और उसकी समीक्षा के बाद ही पार्टी नेतृत्व कोई फैसला लेगा.
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