कोलकाता: बैंकिंग सेवाओं से वंचित 15 करोड लोगों को बैंकों से जोडने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सामाजिक सुरक्षा देने वाली तीन महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरआत की और कहा कि गरीबों को सहायता की नहीं बल्कि सशक्त बनाने की जरुरत है.प्रधानमंत्री ने जिन सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की शुरुआत की उनमें दो लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर देने वाली प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना भी शामिल है जिसका प्रीमियम मात्र 12 रुपये वार्षिक है. अन्य दो योजनाओं में प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना शामिल है.
मोदी ने कहा कि चार महीने में 15 करोड जनधन खाते खोले गये जिसमें 15,800 करोड रुपये जमा हैं. साथ ही रसोई गैस सब्सिडी सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में डाले जाने से सब्सिडी का दुरुपयोग रका है.
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मैंने गरीबों से कहा है, यह देश, यह सरकार और हमारे बैंक आपके लिये है.. गरीब सहारा नहीं चाहते हैं. हम जिस तरीके से सोचते हैं, उसमें बदलाव लाने की जरुरत है. गरीबों को शक्ति चाहिए.’’ इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद थी. मोदी ने कहा कि देश में 80-90 प्रतिशत लोगों के पास बीमा कवर नहीं है और न ही पेंशन की कोई संभावना है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि तीनों योजनाएं एक जून से अमल में आएगी और इस दिशा में आगे बढते हुये पहले सात दिन में बैंकों ने 5.05 करोड लोगों का पंजीकरण किया है इसमें 42 लाख लोग पश्चिम बंगाल के हैं.इन तीन योजनाओं-प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना एक साथ देश भर में 115 स्थानों पर शुरु की गयी.
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) के तहत सभी बचत बैंक खाताधारकों को 12 रुपये सालाना प्रीमियम पर 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा मिलेगा.इस योजना में दुर्घटना के कारण मौत या स्थायी अपंगता पर 2 लाख रुपये का कवर मिलेगा.यह योजना 18 से 70 साल की आयु समूह के लोगों के लिये है.
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) के तहत सभी बचत बैंक खाताधारकों को सालाना 330 रुपये के प्रीमियम पर बीमित व्यक्ति की मौत होने की स्थिति में 2 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर मिलेगा.यह योजना 18 से 50 साल के आयुवर्ग के लोग ले सकते हैं.
अटल पेंशन योजना का जोर असंगठित क्षेत्र पर होगा और अंशधारकों को 1,000, 2,000, 3,000, 4,000 आरै 5,000 रुपये प्रति महीने पेंशन के रुप में मिलेगा. पेंशन 60 वर्ष की आयु से मिलनी शुरु होगी. इस योजना में दी जाने वाली पेंशन 18 से 40 साल की उम्र के लोगों द्वारा दी जाने वाली योगदान राशि पर निर्भर करेगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह गलत धारणा है कि बडे औद्योगिक घराने ज्यादा रोजगार देते हैं, करीब 5.5 करोड लघु एवं मझोले उद्यमी 14 करोड से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं, लेकिन अगर फल गरीबों तक नहीं पहुंचता है तो हमारी विकास यात्र अधूरी है. हम दुनिया को ‘मेक इन इडिया’ के लिये बुला रहे हैं और साथ ही हम गरीबों के लिये बैंक खातें खोल रहे हैं.’’प्रधानमंत्री ने लोगों से अपने घरेलू नौकरों, ड्राइवरों और लिफ्टमैन समेत अन्य के लिये इन योजनाओं के लिये प्रीमियम देने का भी अनुरोध किया.
गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर को श्रद्धांजलि देते हुए मोदी ने कहा, ‘‘इस भूमि (बंगाल) को मां लक्ष्मी और सरस्वती का आर्शीवाद प्राप्त है.’’ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस अवसर पर कहा कि सरकार को निश्चित रुप से हमेशा लोगों के लिये काम करना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र तथा राज्यों को साथ मिलकर काम करना है तभी देश के लिये अच्छा होता हैं आइये इस कार्यक्रम को देश के लोगों को समर्पित करे.’’