21.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

उत्तर प्रदेश में रंगभरी एकादशी कब है? जानें डेट, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, पूजन समाग्री लिस्ट और महत्व

Ekadashi Kab hai: हर साल फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर रंगभरी एकादशी व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु, भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है.

Ekadashi Kab hai: हिंदू धर्म में होली का विशेष महत्व है. इसके साथ ही इस माह में पड़ने वाली एकादशी तिथि बेदह खास माना जाता है. फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकाशदी को आमलकी एकादशी या रंगभरी एकादशी के नाम से जाना जाता है. वैसे तो एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित हैं. लेकिन यह एकमात्र एकादशी है, जिसका संबंध भगवान शंकर से है. इसलिए काशी विश्वनाथ वाराणसी में इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा की जाती है. मान्यता है इसी दिन बाबा विश्व नाथ माता गौरा का गौना कराकर पहली बार काशी आए थे. तब बाबा विश्वनाथ का स्वागत रंग गुलाल से किया गया था. इसी दिन भगवान विष्णु के साथ आंवले के पेड़ की भी पूजा की जाती है.

रंगभरी एकादशी कब है

हर साल फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर रंगभरी एकादशी व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु, भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है. इस वर्ष यह व्रत 03 मार्च 2023 दिन शुक्रवार को रखा जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रंगभरी एकादशी के दिन भगवान विष्णु, महादेव और माता पार्वती की पूजा करने से साधकों को विशेष लाभ मिलता है और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. इस बार रंगभरी एकादशी पर कई शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है. जिनका विशेष लाभ सभी साधकों को मिलेगा.

Also Read: Holika Dahan 2023: उतर प्रदेश में होलिका दहन कब है? 7 मार्च की शाम या 8 मार्च की सुबह, यहां करें कंफ्यूजन दूर
शुभ मुहूर्त और पारण टाइम

  • एकादशी तिथि प्रारंभ- 02 मार्च 2023 की सुबह 06 बजकर 39 मिनट पर

  • एकादशी तिथि समाप्त- 03 मार्च 2023 को 09 बजकर 11 मिनट तक

  • पारण टाइम- 4 मार्च की सुबह 6 बजकर 44 मिनट से 09 बजकर 03 मिनट से प्रारंभ

  • पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय- 11 बजकर 43 मिनट तक

  • एकादशी पूजा- विधि

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं.

  • घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें.

  • भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें.

  • भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें.

  • भगवान शंकर और माता पार्वती का जल से अभिषेक करें.

  • अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें.

  • भगवान की आरती करें.

एकादशी व्रत पूजा सामग्री लिस्ट

विष्णु जी का चित्र अथवा मूर्ति, पुष्प, नारियल, सुपारी, फल, लौंग, धूप, दीप, घी, पंचामृत, अक्षत, तुलसी दल, चंदन, मिष्ठान

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ

मो. 8080426594/9545290847

Radheshyam Kushwaha
Radheshyam Kushwaha
पत्रकारिता की क्षेत्र में 12 साल का अनुभव है. इस सफर की शुरुआत राज एक्सप्रेस न्यूज पेपर भोपाल से की. यहां से आगे बढ़ते हुए समय जगत, राजस्थान पत्रिका, हिंदुस्तान न्यूज पेपर के बाद वर्तमान में प्रभात खबर के डिजिटल विभाग में बिहार डेस्क पर कार्यरत है. लगातार कुछ अलग और बेहतर करने के साथ हर दिन कुछ न कुछ सीखने की कोशिश करते है. धर्म, राजनीति, अपराध और पॉजिटिव खबरों को पढ़ते लिखते रहते है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel