लखनऊ : सामूहिक दुष्कर्म मामले में फरार चल रहे आरोपी गायत्री प्रजापति की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. मामले में लखनऊ पुलिस ने गायत्री पर शिकंजा कसने के लिए उनके दोनों बेटों को हिरासत में लिया है. पुलिस अधिकारियों ने मामले को लेकर कहा है कि गायत्री के बेटों ने आरोपियों को शरण दी थी. आपको बता दें कि इससे पहले पुलिस ने गायत्री के गनर चंद्रपाल को गिरफ्तार किया था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को पुलिस ने छापा मारा और रुपेश, विकास और पिंटू को गिरफ्तार किया. पुलिस सूत्रों की माने तो गायत्री बुधवार तक कोर्ट में सरेंडर कर सकते हैं. ऐसी आशंका के मद्देनजर कोर्ट और आसपास के इलाकों में सादे कपड़ों में फोर्स की तैनाती कर दी गई है.
गौर हो कि गायत्री प्रजापति को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने छह टीमें तो लगाई हैं, लेकिन गायत्री समेत सात अन्य आरोपी अभी भी पकड़ से दूर हैं. खुफिया एजेंसियों ने गायत्री प्रजापति को लेकर एयरपोर्ट्स पर भी अलर्ट जारी किया है और सीमाओं पर पैनी नजर रखी जा रही है ताकि वो देश छोड़कर फरार न हो जाएं.
क्या लगाया है महिला ने आरोप
महिला ने प्रजापति पर आरोप लगाया है कि वह प्रजापति से लगभग 3 साल पहले मिली थी. उस वक्त मंत्री ने उसकी चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोशी की हालत में उसके साथ दुष्कर्म किया और तस्वीरें भी ले ली. महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि इसके बाद प्रजापति ने उसको कई बार तस्वीरों के माध्यम से ब्लैकमेल किया और दुष्कर्म किया.
जानें कौन हैं गायत्री प्रजापति?
आपको बता दें कि गायत्री प्रजापति पर भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं. उन्हें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त भी किया था जिसके बाद सपा में बवाल मच गया था. बाद में दोबारा अखिलेश यादव को उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करना पड़ा.