गांव का सियासी पारा अचानक बढ़ा
लिस्ट लखनऊ के गांव-गांव में ग्रामीणों के मोबाइलों पर
लिस्ट की बाजार, पान व चाय की दुकानों पर चर्चा
UP Panchayat Chunav 2021 : उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए ब्लॉक के अनुसार ग्राम प्रधान पद के आरक्षण की लिस्ट (new reservation list ) लोगों तक पहले ही पहुंच गये. दरअसल यह लिस्ट लखनऊ के गांव-गांव में ग्रामीणों के मोबाइलों पर नजर आ रही है. या यूं कहें की यह लिस्ट वायरल हो चली है जिसके कारण गांव का सियासी पारा अचानक बढ़ गया है.
इस लिस्ट को लोग मोबाइल पर एक दूसरे से शेयर कर रहे हैं. लिस्ट की बाजार, पान व चाय की दुकानों पर चर्चा का विषय बन चुकी है. इस वायरल लिस्ट को देखकर किसी के चेहरे खिल गए तो कोई लिस्ट में दर्ज आरक्षण से निराश नजर आने लगा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रधान पद के आरक्षण की लिस्ट जारी होने की सूचना सबसे पहले बीकेटी ब्लॉक से लोगों के बीच पहुंची. लोगों के बीच खबर आई कि आरक्षण लिस्ट जारी हो चुकी है.
इसके बाद क्या था गांवों में हड़कंप मच गया. लिस्ट की सही जानकारी के बारे में लोग जानना चाहते थे. वे तुरंत ब्लॉक की ओर निकल पड़े. अधिकारियों को फोन करने लगे. इसके बाद सरोजनीनगर, काकोरी की लिस्ट भी मोबाइल पर वायरल होने लगी. मलिहाबाद, मोहनलालगंज से लेकर गोसाईंगंज तक आरक्षण लिस्ट जारी होने की खबर लोगों तक पहुंची तो यहां भी हलचल तेज हो गई.
इसी बीच सीडीओ प्रभाष कुमार ने इस संबंध में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से अभी तक आरक्षण की कोई लिस्ट जारी करने का काम नहीं किया गया है. शनिवार को आरक्षण जारी होने के आसार हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हुई आरक्षण लिस्ट का सच जानने में लोगों को काफी वक्त लगा. जब ब्लॉक और जिले पर लोगों ने कॉल किया तो उन्हें सच्चाई के बारे में पता चला...जानकारी ये आई कि लिस्ट फर्जी है...
इस संबंध में जानकारों ने अपनी राय दी. उन्होंने कहा कि वायरल आरक्षण लिस्ट में 2021 का आरक्षण छोड़कर सभी आंकड़े सही दर्ज लग रहे हैं. चाहे वह 2011 जनगणना के मुताबिक गांव की जनसंख्या हो या एससी, ओबीसी व सामान्य वर्ग की आबादी का मामला हो. यही नहीं इस लिस्ट में वर्ग वार जनसंख्या का प्रतिशत भी अंकित नजर आ रहा है.
Posted By : Amitabh Kumar