Uniform Civil Code in UP: समान नागरिक संहिता (यूनिफॉर्म सिविल कोड) कानून को लेकर एक बार फिर से देश में बहस तेज हो गई है. गृह मंत्री अमित शाह ने एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि भाजपा शासित राज्यों में समान नागरिक संहिता कानून लाया जाएगा. इस बारे में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह भाजपा के प्रमुख वादों में से एक रहा है. इसका सभी को स्वागत करना चाहिए.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सभी को समान नागरिक संहिता की मांग और उसका स्वागत करना चाहिए. उत्तर प्रदेश सरकार भी इस दिशा में विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि हम इसके पक्ष में हैं और यह यूपी और देश की जनता के लिए जरूरी है. यह भी भाजपा के प्रमुख वादों में से एक है.
क्या है समान नागरिक संहिता
समान नागरिक संहिता कानून के लागू होने से भारत में रहने वाले हर प्रत्येक नागरिक के लिए एक समान कानून होगा. चाहे वह किसी भी जाति, धर्म का हो. यही नहीं, शादी, तलाक और भूमि के बंटवारे में भी सभी धर्मों के लिए एक कानून ही लागू होगा.
अभी तक देश में मुस्लिम, ईसाई और पारसी का पर्सनल लॉ लागू है. वहीं, हिंदू, जैन और सिख के लिए हिंदू सिविल लॉ है. समान नागरिक संहिता कानून को लागू करना अनुच्छेद 44 के तहत राज्य की जिम्मेदारी बताया गया है. हालांकि इसे आज तक लागू नहीं किया गया.
Posted By: Achyut Kumar