सरायकेला. सरायकेला-खरसांवा जिले में सहायक आचार्य नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गयी है. जिले में कुल 427 अभ्यर्थी काउंसेलिंग में सफल हुए हैं, जिनकी नियुक्ति तय मानी जा रही है. चयनित सहायक आचार्यों में कक्षा 6 से 8 के लिए 243 अभ्यर्थी सफल हुए हैं. इनमें गणित और विज्ञान के 65, भाषा के 51 तथा सामाजिक विज्ञान के 127 सहायक आचार्य शामिल हैं. कक्षा 1 से 5 तक के लिए 184 अभ्यर्थी काउंसेलिंग में सफल हुए हैं. इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी कैलाश मिश्रा ने बताया कि वाणिज्य विषय का परिणाम अभी जारी नहीं हुआ है. इसके घोषित होने के बाद जिले को और 20 से 30 सहायक आचार्य मिलने की उम्मीद है.
जिले में शिक्षकों की कमी दूर होगी :
डीइओ ने कहा कि वर्तमान में जिले के कई विद्यालय शिक्षक संकट से जूझ रहे हैं. कई स्थानों पर विद्यालय एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं. आवश्यकता पड़ने पर बहु शिक्षक वाले विद्यालय से शिक्षकों को प्रतिनियुक्त कर पठन-पाठन कराया जाता है. ऐसे में 427 सहायक आचार्यों की नियुक्ति से न केवल शिक्षकों की कमी काफी हद तक दूर होगी बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा.महिला कॉलेज में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट पर सेमिनार
महिला महाविद्यालय सरायकेला में आइआइसी सेल की ओर से इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट विषय पर मंगलवार को सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार में प्राचार्य डॉ स्पार्कलीन देइ ने पीपीटी के माध्यम से आइपीआर विषय पर व्यापक जानकारी दी. इस क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं जैसे कॉपीराइट, जीआइ टैग, ट्रेडमार्क आदि पर प्रकाश डाला. प्राचार्य ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उनमें प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बस उन्हें निखार कर देश और समाज के कल्याण में इसका उपयोग करना चाहिए. उन्होंने बताया कि छात्राएं अपनी स्व-रचित कविताओं का भी कॉपीराइट करा सकती हैं. सेमिनार का संचालन इतिहास विभाग के शिक्षक डॉ. चंद्रशेखर राय ने किया. मौके पर शिक्षिका हेमा, सुजाता, लकड़ा, वाणिज्य विभाग के मनोज महतो, हिंदी विभाग की डॉ. श्वेता लता सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

