सरायकेला/खरसावां.
सरायकेला-खरसावां जिला में फिर एक बार सड़क दुर्घटना के मामले बढ़ गये हैं. जिले में यातायात नियमों की अनदेखी आम हो चुकी है. नाबालिग बच्चों द्वारा बाइक चलाना और एक बाइक पर तीन से चार लोगों को बैठना सामान्य दृश्य बन गया है. भारी वाहनों में ओवरलोडिंग और तेज गति से गाड़ी चलाने की प्रवृत्ति लगातार दुर्घटनाओं को जन्म दे रही है. स्लैग लदे वाहनों के कारण उड़ती धूल दोपहिया चालकों के लिए बड़ी परेशानी बन गयी है. प्रशासन या पुलिस की ओर से इस स्थिति पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं दिख रही है. एनएच-32 और एनएच-33, विशेषकर चाईबासा-सरायकेला-कांड्रा-चौका व हाता-राजनगर-चाईबासा मार्गों पर दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं.बाइकर्स कर रहे स्टंट, बढ़ी दुर्घटना की आशंका
सरायकेला के अलग सड़कों पर शाम के वक्त युवक बाइक पर स्टंड करते हैं. इससे न केवल उनकी जान बल्कि सड़क से गुजरने वाले अन्य लोगों की भी सुरक्षा खतरे में रहती है. लोगों का कहना है कि इस पर रोक लगाना जरूरी है.
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