चांडिल/चौका. सरायकेला-खरसावां जिले के ईचागढ़ प्रखंड में टाटा-रांची मार्ग (एनएच 33) रड़गांव से प्राचीन जैन मंदिर देवलटांड़ तक सड़क का शिलान्यास दो वर्ष पूर्व हुआ था, लेकिन अब तक सड़क का निर्माण नहीं हो सका है. इस कारण श्रद्धालुओं को जैन मंदिर तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त 15 किलोमीटर का लंबा सफर करना पड़ता है, जबकि रड़गांव से मंदिर की दूरी केवल 3.3 किलोमीटर है. सड़क निर्माण में देरी का मुख्य कारण रड़गांव और नावाडीह के बीच जमीन विवाद बताया जा रहा है. सड़क के बीच कुछ रैयत जमीन है, जिसका समाधान अभी तक नहीं निकला है. सड़क का ऑनलाइन शिलान्यास 2023 में केंद्रीय पथ एवं सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने किया था. इधर, सड़क नहीं होने से जैन धर्मावलंबी व दार्शनिक लोग रुगड़ी बाजार, आगसिया होकर भगवान आदिनाथ के मंदिर पहुंचते हैं. कई बार लोग रास्ता भी भटक जाते है.
16 अगस्त को मंत्री संजय सेठ को सौंपा ज्ञापन :
झारखंड राज्य जैन धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष ताराचंद जैन ने 16 अगस्त को केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ को सड़क निर्माण की मांग पर एक ज्ञापन सौंपा था.देवलटांड़ जाने के लिए हैं दो रास्ते :
एनएच 33 से देवलटांड़ पहुंचने के लिए दो मार्ग है. एक 12 किमी लंबा है. दूसरा मार्ग एनएच 33 रड़गांव से महज 3 किमी है, जो आज तक नहीं बनी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

