खरसावां
. खरसावां के कुम्हारसाई काली मंदिर परिसर में काली पूजा पर महावीर संघ ओपेरा की ओर से ओड़िया नाटक का मंचन किया गया. ओडिशा के बालेश्वर से पहुंचे ‘पंच सखा ओपेरा’ के कलाकारों ने सामाजिक संदेशों से भरपूर नाटक ‘मो कहानी रे, तुमो री नाम’ प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया. नाटक में कलाकारों ने पारिवारिक रिश्तों के उतार-चढ़ाव और आधुनिक जीवनशैली के प्रभाव को जीवंत अभिनय के माध्यम से दर्शाया. प्रस्तुति के जरिये कलाकारों ने यह संदेश दिया कि आधुनिकता की दौड़ में सामाजिक मूल्य, परंपरा, संस्कार और संस्कृति को भुलाया नहीं जाना चाहिए. नाटक से पहले पुरुष एवं महिला कलाकारों ने गीत-संगीत के माध्यम से माहौल को रंगीन बनाया. नाट्य प्रस्तुति देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे और सभी ने इस सांस्कृतिक आयोजन की सराहना की.ओड़िया नाट्यकला हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग : षाड़ंगी
महावीर संघ के निदेशक कामाख्या प्रसाद षाड़ंगी ने कहा कि नाटक हमारी संस्कृति के संवाहक और समाज के दर्पण हैं. इनसे न केवल मनोरंजन होता है, बल्कि जीवन के मूल्य और परंपराएं भी पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानांतरित होती हैं. उन्होंने कहा कि ओड़िया नाट्यकला हमारी जीवन पद्धति का अभिन्न अंग है और इसे सुरक्षित रखना सभी का कर्तव्य है. उन्होंने विरासत में मिली इस कला-संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने पर जोर दिया.मौके पर सुशांत षाड़ंगी, सुजीत हाजरा, सुशील षाड़ंगी, सरोज मिश्रा, असित षाड़ंगी, जितेन घड़ाई, हावु षाड़ंगी, मोटु षाड़ंगी, राम गोविंद मिश्रा,विश्वजीत दास मौजूद थे.
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