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Coronavirus in Jharkhand: झारखंड में बढ़ता जा रहा सैंपल का बैकलॉग, सभी निजी लैब ने नया सैंपल लेना किया बंद, जांच के लिए भटक रहे हैं लोग

Coronavirus in Jharkhand: पूरे झारखंड की बात करें, तो कोविड का मामला बढ़ते ही जांच और सैंपल लेने की गति बढ़ा दी गयी, लेकिन जांच की गति सैंपल लेने की तुलना में तेज नहीं हो सकी है.

Coronavirus in Jharkhand: झारखंड में कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण सैंपल जांच प्रभावित हो रही है. फिलहाल राजधानी में सैंपल का बैकलॉग इतना ज्यादा हो गया कि शनिवार को राजधानी के निजी लैब ने सैंपल लेना बंद कर दिया. सरकारी जांच लैब रिम्स में 5000 व सदर अस्पताल मेेें 1500 सैंपल का बैकलॉग चल रहा है. क्षमता से अधिक जांच के बाद भी बैकलॉग खत्म नहीं हो रहा है. वहीं निजी लैब में सैंपल के बढ़ते दबाव के कारण अगले 12 से 48 घंटे तक जांच बंद कर दी गयी है. अब वहां सोमवार से ही कोरोना जांच सुचारू रूप से होगी. ऐसे में लोग अपनी जांच कराने के लिए भटक रहे हैं और परेशान हैं.

पूरे झारखंड की बात करें, तो कोविड का मामला बढ़ते ही जांच और सैंपल लेने की गति बढ़ा दी गयी, लेकिन जांच की गति सैंपल लेने की तुलना में तेज नहीं हो सकी है. पूर्व से ही सैंपल का बैकलॉग चल रहा था. अप्रैल में यह बढ़ता चला गया. अप्रैल में प्रतिदिन 30 हजार तक नये सैंपल लिये जा रहे हैं, पर जांच 20 से 25 हजार के करीब ही हो पा रही है. साथ ही पिछला बैकलॉग भी 20 हजार से अधिक था. इससे दिनोंदिन बैकलॉग बढ़ता जा रहा है.

लैब में हर दिन सैंपल पहुंच रहे हैं, पर उस तुलना में जांच नहीं हो पा रही है. एक अप्रैल 2021 को सैंपल का बैकलॉग 21602 था. सात अप्रैल को 22856 हो गया और नौ अप्रैल को बैकलॉग बढ़ कर 37 हजार हो गया. यानी एक दिन नये सैंपल नहीं भी लिये जायें तो केवल बैकलॉग की जांच पूरा करने में ही दो दिन लग जायेगा.

वैसे, रिम्स और सदर अस्पताल के लैब में सैंपलिंग बंद नहीं की गयी है. रिम्स में औसतन 1400 सैंपल की जांच हो रही है, लेकिन सैंपल दोबारा भेज दिये जाने के कारण बैकलॉग बढ़ रहा है. निजी लैब संचालकों का कहना है कि बैकलॉग खत्म करने के लिए कुछ घंटे नया सैंपल नहीं लेना ही उपाय दिख रहा है. कई लैब में किट की समस्या भी कारण बन रही है.

दोपहर 12 बजे बंद किया सैंपल लेना : शनिवार को सैंपल की बढ़ती संख्या को देखते हुए राजधानी के निजी जांच लैब संचालकों ने दोपहर 12 बजे के बाद सैंपल लेना बंद कर दिया. दरवाजा बंद कर लोगों को बताया गया कि रविवार तक के लिए सैंपल लेना बंद है. इसकी सूचना मिलने पर लोग आक्रोशित हो गये, लेकिन उनको हार कर लौटना पड़ा. गुरुनानक अस्पताल के लैब माइक्रोप्रैक्सिस में कहा गया कि रविवार को लैब को चालू रखा जायेगा. वहीं मैट्रिक्स लैब में रविवार को अस्पताल में भर्ती संक्रमितों की जांच होगी. सोमवार से सब सामान्य हो जायेगा. वहीं हरमू रोड स्थित एन शरण लैब में भी सोमवार से कोरोना जांच सुचारू होगी.

देर रात शिफ्ट में कर रहे हैं काम : निजी लैब संचालकों को कहना है कि वह क्षमता से अधिक सैंपल एकत्र कर जांच कर रहे हैं. लैब में देर रात का शिफ्ट कर दिया गया है, लेकिन रात दो बजे तक जांच करने के बाद भी सैंपल खत्म नहीं हो रहा है. वहीं कुछ निजी जांच लैब में स्ट्रेक्शन किट (आरएनए को अलग करने वाला किट) की सप्लाई भी प्रभावित हो गयी है. किट सप्लाई करनेवाले स्टॉकिस्ट उन्हीं लैब को किट उपलब्ध करा रहे है, जो उनको एडवांस में पैसा का भुगतान कर रहे हैं.

कोरोना सैंपल की संख्या बढ़ी है, क्याेंकि संक्रमण का फैलाव तेज हो गया है. रांची जिला व खूंटी से भी जांच सैंपल लिये जा रहे हैं, जिससे शनिवार की सुबह तक 5000 बैकलॉग था. औसतन जांच की संख्या पहले से बढ़ा दी गयी है. 24 घंटे जांच की प्रक्रिया चल रही है.

डॉ मनोज कुमार, विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी

कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ा है, क्योंकि अभी होली बीतने का पहला सप्ताह ही हुआ है. बाहर से आये लोग एहतियात के चलते, संक्रमित के संपर्क की आशंका से और कोरोना से मिलता-जुलता लक्षण होने से लोग जांच केंद्र आ रहे हैं. करीब 1500 का बैकलॉग है. यह बढ़ता जा रहा है, क्योंकि सैंपलिंग भी जारी है.

डॉ एस मंडल, उपाधीक्षक सदर अस्पताल

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