इस संबंध में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि राज्य में चिकित्सा कर्मियों की कमी को दूर करने के लिए यह रास्ता निकाला जा रहा है, पर स्थायी चिकित्सकों की बहाली जेपीएससी के माध्यम से ही होगी. उन्होंने स्वीकार किया कि राज्य में स्वास्थ्य कर्मियों की काफी कमी है, पर इसे तत्काल दूर कर व्यवस्था सुधारने का आश्वासन भी दिया. विभाग की प्राथमिकताओं के संबंध में उन्होंने बताया कि रांची के सदर अस्पताल को सुचारु रूप से चलाना और निचले स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना प्राथमिकता है.
हाल के दिनों में सरकार और चिकित्सकों के बीच के विवाद पर श्री त्रिपाठी ने कहा कि सबके सामूहिक प्रयास से राज्य में स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा होगी. तमाम संसाधन के बाद भी विभिन्न सरकारी अस्पतालों में बेहतर चिकित्सा सुविधा नहीं होने के संबंध में उन्होंने कहा कि जहां से भी ऐसी शिकायत मिलेगी, वहां उचित कार्यवाही होगी. उन्होंने कहा कि वह गॉसिप और ग्रुपबाजी पर ध्यान नहीं देते, बल्कि सबके साथ मिल कर गांव-गांव तक चिकित्सा सुविधा पहुंचाना चाहते हैं.