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रांची : समाज में डॉक्टरों का बहुत सम्मान है, उसे बनाये रखें
रिम्स में परिजनों के साथ मारपीट मामले में हाइकोर्ट ने लिया संज्ञान रांची : रिम्स में सोमवार को मरीज के परिजनों के साथ मारपीट मामले को हाइकोर्ट ने गंभीरता से लेेते हुए उसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया है. चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन व जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ ने स्वास्थ्य सचिव […]
रिम्स में परिजनों के साथ मारपीट मामले में हाइकोर्ट ने लिया संज्ञान
रांची : रिम्स में सोमवार को मरीज के परिजनों के साथ मारपीट मामले को हाइकोर्ट ने गंभीरता से लेेते हुए उसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया है. चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन व जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ ने स्वास्थ्य सचिव व रिम्स निदेशक को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया.
इस दौरान खंडपीठ ने कहा कि डॉक्टर व शिक्षक का समाज में बहुत सम्मान है. उसे बनाये रखा जाना चाहिए. सीनियर डॉक्टर जूनियर डॉक्टर को प्रोटेक्शन देते हैं. यह एक सीमा तक होनी चाहिए. डॉक्टर किसी भी स्थिति में हाथ में लाठी नहीं ले सकते हैं. लॉ एंड अॉर्डर हाथ में नहीं लें. इससे पूर्व खंडपीठ ने महाधिवक्ता राजीव रंजन को बुलाया.
इसके बाद रिम्स के प्रभारी निदेशक मंजू गाड़ी, विवेक कश्यप व स्वास्थ्य विभाग के उप सचिव अभिषेक कुमार सशरीर उपस्थित हुए. अगली सुनवाई 28 फरवरी को होगी. उल्लेखनीय है कि रिम्स के न्यूरो वार्ड में भर्ती गोमिया के 17 वर्षीय मरीज रोहित की माैत इलाज के दाैरान 10 फरवरी को हो गयी थी. माैत के बाद चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर परिजनों ने हंगामा किया था. इस पर रिम्स की नर्स व गार्ड ने मरीज के परिजनों की पिटाई कर दी थी़
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