मेदिनीनगर. मंगलवार को समाहरणालय के सभागार में जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता डीसी शशिरंजन ने की. बैठक में समेकित बिरसा ग्राम विकास योजना सह कृषक पाठशाला के कार्य प्रगति की समीक्षा की गयी. इस दौरान पाया गया कि जिले में विकसित किये जा रहे कृषि फार्म का कार्य धीमी गति से चल रहा है. डीसी श्री रंजन ने इस मामले को गंभीरता से लिया और कार्य प्रगति में शिथिलता बरतने को लेकर नाराजगी जतायी. उन्होंने इस कार्य में लगे दो कार्यकारी एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया. डीसी ने कार्यकारी एजेंसी सेंटर ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट को पत्र भेज कर कार्य में सुधार लाने का निर्देश दिया. यदि एक माह के अंदर कार्य की प्रगति में सुधार नहीं हुआ तो उसे बर्खास्त किया जायेगा. डीसी श्री रंजन ने कार्यकारी एजेंसी प्रगति एजुकेशन एकेडमी के कार्यों की जांच व भौतिक निरीक्षण करने के लिये टीम गठित किया है. डीडीसी की नेतृत्व में जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला मत्सय पदाधिकारी, जिला अभियंता व डीएमएफटी के यंग प्रोफेशनल को जांच टीम में शामिल किया गया है. मालूम हो कि जिले के सदर प्रखंड के चियांकी, हरिहरगंज एवं चैनपुर प्रखंड के शिवपुर में कृषि विभाग के द्वारा कृषि फार्म को विकसित किया जा रहा है. इस कार्य के लिए अलग-अलग एजेंसी को जिम्मेवारी दी गयी है. बैठक में डीसी श्री रंजन ने कहा कि पलामू जिले में कृषि के विकास की असीम संभावना है. पलामू के किसान मेहनती है और जमीन भी उपजाऊ है. कृषि फार्म विकसित होने से किसानों को लाभ होगा. मौके पर डीडीसी शब्बीर अहमद, जिला पशुपालन पदाधिकारी, गब्य विकास पदाधिकारी, सहकारिता पदाधिकारी, कृर्षि व भूमि संरक्षण पदाधिकारी मौजूद थे.
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