पाकुड़. खेल स्टेडियम किसी भी शहर की पहचान और खिलाड़ियों की प्रतिभा संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. पाकुड़ शहर में खिलाड़ियों को उचित प्रशिक्षण और खेल का बेहतर माहौल देने के लिए बैंक कॉलोनी स्टेडियम और रानी ज्योतिर्मयी स्टेडियम का निर्माण किया गया है, लेकिन इन स्टेडियमों में पेयजल, बिजली सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं की कमी खिलाड़ियों के लिए परेशानियों का कारण बनी हुई है. बैंक कॉलोनी स्टेडियम में फुटबॉल, एथलेटिक्स और साइक्लिंग जैसे खेलों का आयोजन किया जाता है. जिला एथलेटिक संघ के सचिव रणवीर सिंह ने बताया कि हर साल लगभग 120 खिलाड़ी राज्य स्तर के लिए चयनित होते हैं. हालांकि, साइक्लिंग के लिए आवश्यक संसाधनों की कमी भी एक बड़ी समस्या बनी हुई है. खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए पर्याप्त साइकिलें उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं. यदि जिला प्रशासन इस दिशा में पहल करे और राज्य सरकार से सहायता मिले तो खिलाड़ियों के प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार हो सकता है. रानी ज्योतिर्मयी स्टेडियम स्थित डे बोर्डिंग में क्रीड़ा कबड्डी संघ की ओर से नियमित रूप से कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, जिसमें जिले के विभिन्न विद्यालयों के छात्र भाग लेते हैं. कोच संजय कुमार भगत के मार्गदर्शन में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जाता है. डे बोर्डिंग क्रीड़ा कबड्डी संघ के उमर फारूक ने बताया कि स्टेडियम में एक इंडोर खेल सुविधा की आवश्यकता है. हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से सु-मैट और कुछ अन्य खेल सामग्रियां प्रदान की गयी हैं, जिससे खिलाड़ियों को लाभ हो रहा है. इन दोनों स्टेडियमों में खिलाड़ियों को कई बुनियादी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पेयजल और बिजली जैसी आवश्यक सुविधाओं का अभाव खिलाड़ियों के प्रशिक्षण में बाधा डाल रहा है. खेल संघों और प्रशिक्षकों का कहना है कि यदि प्रशासन और राज्य सरकार इस ओर ध्यान दे, तो जिले के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं. स्थानीय खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों की मांग है कि स्टेडियमों में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, जिससे खेलों को बढ़ावा मिल सके और पाकुड़ जिले का नाम खेल जगत में और ऊंचाई तक पहुंच सके.
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