कुड़ू. गजराज के लगातार आक्रमक होकर मकानों को क्षतिग्रस्त करने व खेतों में लगी फसलों को नुकसान पहुंचाने व वन विभाग की निष्क्रियता से अजीज आकर प्रखंड के तीन पंचायत के एक दर्जन गांव के ग्रामीणों ने सोमवार देर रात हाथियों के झुंड को चंदवा के जंगल में खदेड़ दिया है. ग्रामीणों को इस बात का भय सता रहा है कि रात में कहीं हाथियों का झुंड दोबारा ना पहुंच जायें. बताया जाता है कि पिछले दो दिनों से 14 हाथियों का झुंड प्रखंड के चंदलासो पंचायत के चंदलासो डैम के समीप डेरा जमाये हुए था. रात में गांव में प्रवेश करने के बाद जमकर तांडव मचाता था. दो दिन के भीतर कोकर पतराटोली में सात मकान तथा बडमारा व चडरा गांव में आठ मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया. साथ ही तैयार फसल खीरा, टमाटर, मक्का को चट करने के बाद दिन में चंदलासो डैम में डेरा जमाये रहते थे. सोमवार रात को चंदलासो, चिताकोनी, कौवाखाफ, बडमारा, चडरा, कोठी टोला, फुलसुरी, उडुमुड़ू, कोकर पतराटोली, पुरनाडीह, हुरहद, मकांदू तथा अन्य गांवों के ग्रामीण एकजुट हुए तथा मशाल जलाकर हाथियों के झुंड को खदेड़ने का अभियान शुरू किया. ग्रामीणों ने हाथियों के झुंड को चंदलासो डैम से हेंजला होते हुए कालीपुर, जमुआरी के बाद चंदवा के जंगल में पहुंचा दिया है. ग्रामीण इस बात से परेशान हैं कि कही रात में हाथियों का झुंड वापस न लौट जायें. वन विभाग हाथियों के विचरण की निगरानी कर रही है.
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