लोहरदगा़ भंडरा थाना क्षेत्र के कोटा गांव निवासी प्रदीप उरांव (36 वर्ष) अपनी पत्नी के साथ पैर में प्लास्टर चढ़ाये, लाठी के सहारे सांसद सुखदेव भगत के आवास पहुंचा और मिलते ही फफक-फफक कर रो पड़ा. उसने बताया कि दशरथ उरांव के घर चोरी की घटना के बाद पुलिस ने उसे झूठे आरोप में गिरफ्तार कर लिया. थाने में थानेदार रवि रंजन ने बेरहमी से पिटाई की, यहां तक कि उल्टा लटका कर डंडे से मारा, जिससे उसका पैर टूट गया और वह चलने-फिरने में असमर्थ हो गया है. प्रदीप ने कहा कि इलाज में हजारों रुपये खर्च हो गये, पर न्याय नहीं मिला. उसकी पत्नी ने बताया कि कुछ दिनों तक वे बिस्तर पर ही पड़े रहे. सांसद सुखदेव भगत ने घटना को गंभीरता से लिया और कहा कि यह अमानवीय कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने आश्वासन दिया कि मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक भेजा जायेगा ताकि भविष्य में किसी निर्दोष को ऐसी यातना न सहनी पड़े. वहीं, स्थानीय लोगों ने भी भंडरा थाना प्रभारी रवि रंजन पर कानून-व्यवस्था बिगाड़ने, जुआ, पशु तस्करी और अवैध बालू कारोबार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. सांसद ने सभी बातों को गंभीरता से सुनते हुए उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया.
थाना प्रभारी ने लगाये गये आरोपों को निराधार बताया
लोहरदगा. भंडरा थाना प्रभारी रवि रंजन ने प्रदीप उरांव के द्वारा लगाये गये आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि प्रदीप को केवल पूछताछ के लिए थाना बुलाया गया था, उसके साथ किसी प्रकार का दुर्व्यवहार नहीं किया गया. थाना प्रभारी ने बताया कि कोटा गांव में जिस व्यक्ति के घर चोरी हुई थी, उसी के संदेह पर प्रदीप को बुलाया गया था. बाद में असली आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिन्होंने चोरी की घटना को अंजाम दिया था. उन्होंने कहा कि प्रदीप द्वारा लगाये गये आरोप झूठे हैं और यह सब दुर्भावना से प्रेरित होकर किया गया है.
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