किस्को. प्रखंड के बगड़ू गांव में मनरेगा के तहत निर्माणाधीन सिंचाई कूप के धंसने से एक मजदूर की मौत हो गयी. हादसे के बाद प्रशासन हरकत में आया और कूप स्थल का निरीक्षण कर संबंधित योजना को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्देश दिया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीडीओ अरुण उरांव, जनप्रतिनिधियों और अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने रोजगार सेवक को निर्देश दिया कि ग्राम सभा कर योजना को बंद किया जाये और कूप में तत्काल मिट्टी भरवाई जाये. प्री-मानसून के मद्देनजर, बीडीओ ने सभी अधूरी योजनाओं की जांच कर, जोखिम वाले कूपों में काम रोकने और नियमों का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि यदि अधिकारी समय पर क्षेत्र का निरीक्षण करते, तो यह हादसा टल सकता था. उन्होंने बताया कि प्रखंड में अधिकतर योजनाएं बिना निरीक्षण के संचालित होती हैं. न योजना स्थल पर सूचना बोर्ड लगाए जाते हैं, न ही गुणवत्ता का ध्यान रखा जाता है. मनरेगा हो या नलजल योजना—सभी योजनाओं की हालत खस्ता है. लोगों का कहना है कि प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण किस्को प्रखंड में विकास कार्य दम तोड़ रहे हैं।
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