धनबाद का सफेदपोश है इस पूरे काले धंधे का सरगना, जल्द होगी गिरफ्तारी
एमजीएम में मेडिकल जांच के बाद घाघीडीह सेंट्रल जेल भेजा गया प्रतीक कलबलिया
धनबाद के हीरापुर निवासी अवनीश जायसवाल और मटकुरिया निवासी मो फैजल खान के ठिकानों से मिला था प्रतीक का लिंक
Jamshedpur News :
डीजीजीआइ (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस) जमशेदपुर टीम ने 250 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी जीएसटी बिल का कारोबार करनेवाले चास के लोहा व्यापारी प्रतीक कलबलिया को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपी को चास से लेकर टीम देर रात जमशेदपुर पहुंची. साकची स्थित कार्यालय में बयान दर्ज कराने के बाद उसे मेडिकल जांच के लिए एमजीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां से मेडिकल जांच के बाद घाघीडीह सेंट्रल जेल भेज दिया गया. लोहा कारोबारी ने फर्जी इनवॉइस के सहारे 44 करोड़ रुपये का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट हासिल कर राजस्व को नुकसान पहुंचाया है. मंगलवार को जमशेदपुर डीजीजीआइ की टीम ने चास स्थित प्रतीक कलबलिया के सात ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. इस दौरान टीम को 50 लाख रुपये से अधिक नकद की राशि के अलावा खाता-बही समेत कई मोबाइल, पेन ड्राइव, फर्जी चालान बुक समेत कंप्यूटर व लैपटॉप भी जब्त किया है. जांच के दौरान प्रोपर्टी संबंधी काफी कागजात मिले हैं, जिनकी जांच के आदेश दिये गये हैं. डीजीजीआइ के अपर निदेशक सार्थक सक्सेना ने बताया कि विभाग को संदेह है कि फर्जी तरीके से प्राप्त आय को हवाला के साथ-साथ फर्जी नाम से खोले गये बैंक खातों में जमा किया गया होगा. इसलिए विभाग ने कार्रवाई के दौरान डेढ़ दर्जन से अधिक बैंक खातों को भी फ्रीज किया है. डीजीजीआइ ने दावे के साथ कहा कि विभाग द्वारा की गयी यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है. धनबाद का एक बड़ा सफेदपोश इस पूरे फर्जीवाड़ा का किंग मेकर है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए जल्द छापेमारी की जायेगी.एक साथ सात ठिकानों पर की गयी छापेमारी
जमशेदपुर से मंगलवार को चास पहुंची डीजीजीआइ की टीम ने लोहा कारोबारी प्रतीक कलबलिया के रानी सती इंटरप्राइजेज, केंटनेबल इंटरप्राइज, श्री नारायणी इंपैक्स, राधा स्वामी स्टील समेत तीन अन्य प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की थी. डीजीजीआइ जमशेदपुर की टीम में शामिल सहायक निदेशक राजेश रंजन टोप्पो, अधीक्षक रोशन कुमार मिश्र, रौशन झा, अनिल कुमार रजक, निरीक्षक बबलू सिंह, अमन मंडल, हेमलता, सुनील, विज कुमार समेत अन्य अधिकारी शामिल थे. डीजीजीआइ पटना जोनल इकाई के अपर महानिदेशक ज्योति कुमार बुबना के निर्देश पर जमशेदपुर के अपर निदेशक सार्थक सक्सेना के साथ मिलकर चास थाना क्षेत्र के पुरुलिया रोड चास नगर निगम के पुराना कार्यालय के समीप मानसरोवर अपार्टमेंट के ब्लॉक-डी में रहने वाले लोहा कारोबारी प्रतीक कलबलिया के घर छापेमारी अभियान चलाया. छापेमारी अभियान को देखते हुए अपार्टमेंट के चारों तरफ सीआरपीएफ के जवान, जिसमें महिला बल भी शामिल थी की तैनाती की गयी थी.पूरे झारखंड में फैला है प्रतीक कलबिलया का नेटवर्क, धनबाद के अवनीश व फैजल के ठिकानों से मिला था लिंक
डीजीजीआइ की टीम ने 23 जुलाई को 200 करोड़ की फर्जी इनवॉइस (चालान) काटने के मामले में धनबाद के हीरापुर निवासी अवनीश जायसवाल और मटकुरिया निवासी मो फैजल खान को गिरफ्तार किया था. उनके ठिकानों से बरामद किये गये दस्तावेज व फर्जी चालान के आधार पर प्रतीक कलबलिया डीजीजीआइ की रडार में आ गया. इसके बाद उसके खिलाफ जांच अभियान शुरू कर दिया गया. घर पर उसकी उपस्थिति की पक्की खबर मिलने के बाद छापेमारी का प्लान तैयार किया गया. छापेमारी अभियान का नेतृत्व कर रहे डीजीजीआइ जमशेदपुर के अपर निदेशक सार्थक सक्सेना ने बताया कि फर्जीवाड़ा का सिंडिकेट पूरे झारखंड और कुछ अन्य राज्यों में फैला है. यह सिडिंकेट फर्जी कंपनियों के माध्यम से लोहा-स्टील कारोबार में नकली बिलिंग कर बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे मामलों को अंजाम दे रहा है.डीजीजीआइ के अधिकारी घोटाले से जुड़े कई दस्तावेज, बैंक रिकॉर्ड और डिजिटल सबूतों के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल विभागीय अधिकारी प्रतीक के ठिकानों से बरामद कागजात व दस्तावेजों का अध्ययन करेंगे, इसके बाद जरूरत पड़ी तो उसे रिमांड पर भी लिया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

