Jamshedpur News :
एमजीएम मेडिकल कॉलेज व अस्पताल को हाइटेक बनाने के लिए प्रशासन ने डिजिटल सिस्टम लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है. इस पहल का उद्देश्य न केवल इलाज और पढ़ाई को स्मार्ट बनाना है, बल्कि कोल्हान क्षेत्र में डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं की नयी मिसाल पेश करना भी है. कॉलेज प्रशासन ने ई-लाइब्रेरी, ई-बुक, ई-गवर्नेंस और ई-प्रिस्क्रिप्शन जैसी आधुनिक सुविधाओं की योजना तैयार की है. प्राचार्य डॉ. डी. हांसदा ने इसका प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को भेजा है. ई-लाइब्रेरी और ई-बुक सिस्टम लागू होने के बाद छात्रों को नोट्स या सीमित किताबों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. वे देश-विदेश के मेडिकल जर्नल्स, रिसर्च पेपर और डिजिटल सामग्री तक ऑनलाइन पहुंच बना सकेंगे. यह सुविधा फैकल्टी के लिए भी मददगार होगी.डॉ. डी हांसदा ने बताया कि ई-प्रिस्क्रिप्शन लागू होने के बाद मरीजों की पर्ची डिजिटल सिस्टम में दर्ज होगी. इससे डॉक्टरों को मरीज का पूरा मेडिकल रिकॉर्ड एक क्लिक में मिलेगा और पर्ची गुम होने, दवा दोहराने या पिछला इलाज ट्रेस करने जैसी समस्याएं खत्म हो जायेंगी. मरीजों को अलग-अलग विभागों में भटकना नहीं पड़ेगा, क्योंकि रिपोर्ट और प्रिस्क्रिप्शन दोनों ऑनलाइन उपलब्ध रहेंगे. इसके साथ ही अस्पताल और कॉलेज के प्रशासनिक कामकाज में ई-गवर्नेंस लागू होगा. इससे फाइलों की स्थिति, विभागीय पत्राचार और निर्णय प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन हो जायेगी, जवाबदेही बढ़ेगी और समय की बचत होगी. सरकारी योजनाओं और फंड उपयोग की मॉनिटरिंग भी आसान होगी.
इस पूरे डिजिटल प्रोजेक्ट पर लगभग 50 लाख रुपये खर्च का अनुमान है. पहले चरण में ई-लाइब्रेरी और डिजिटल क्लासरूम विकसित किये जायेंगे, जबकि दूसरे चरण में ई-प्रिस्क्रिप्शन और ई-गवर्नेंस लागू किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

