जमशेदपुर समेत झारखंड में भारी बारिश का अलर्ट, शाम 7:30 बजे तक हुई 27.5 एमएम बारिश
Jamshedpur News :
बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान मोंथा ने पूर्वी भारत को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है. मौसम विभाग के अनुसार आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच काकीनाडा के पास लैंडफॉल हुआ. हवाओं की रफ्तार 90-100 किमी प्रति घंटा से लेकर 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. इससे आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना और तमिलनाडु में भारी तबाही की आशंका है. तटीय इलाकों में बाढ़, भूस्खलन और बिजली गुल होने का खतरा है. इस चक्रवाती तूफान का गहरा असर जमशेदपुर के साथ ही पूर्वी सिंहभूम पर भी पड़ रहा है. मंगलवार की दोपहर तीन बजे अचानक से आसमान में काले बादल छा गये. दिन में ही पूरी तरह अंधेरा छा गया था. करीब आधे घंटे के बाद झमाझम बारिश शुरू हुई. तेज हवा के साथ बारिश हुई. हालांकि, यह बारिश छठ पूजा समाप्त होने के बाद हुई. लोग इसे छठी मईया की महिमा भी मान रहे हैं. जमशेदपुर मौसम केंद्र के अनुसार मंगलवार की शाम शहर में कुल 27.5 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गयी. वहीं, हवा की रफ्तार करीब 40 से 50 किमी प्रति घंटे थी. पूर्वी सिंहभूम के साथ ही सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, गुमला, चतरा, गढ़वा, लातेहार और पलामू में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी है. इससे निचले इलाकों में जलभराव, सड़कें अवरुद्ध, फसलें क्षतिग्रस्त और भूस्खलन की संभावना है. कृषि क्षेत्र को विशेष नुकसान हो सकता है, जहां धान और सब्जी की फसलें प्रभावित होंगी. मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी सिंहभूम में मोंथा का असर 30 अक्तूबर तक रहेगा. उसके बाद धीरे-धीरे कमजोर हो जायेगा. यह 2025 का पहला बड़ा चक्रवात है, जो जलवायु परिवर्तन की चेतावनी दे रहा है. वहीं, मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक था. जबकि न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.9 डिग्री सेल्सियस अधिक था. जिले में 30 अक्तूबर तक येलो अलर्ट जारी किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

