गुमला : गुमला सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती आठ दिन की बच्ची को छोड़कर उसके मां-बाप भाग गये हैं. बच्ची 18 नवंबर को पैदा हुई थी. अस्पताल प्रबंधन के अनुसार बेटी के जन्म की सूचना से परिवार का मनोबल टूट गया था.
जब परिवार को पता चला कि नवजात बच्ची को कई तरह की बीमारियां हैं, तो वे लोग और हताश हो गये. गुमला अस्पताल के डीएस डॉ आरएन यादव ने बताया कि घटना की लिखित सूचना सीडब्ल्यूसी गुमला को दे दी गयी है. वहीं, सीडब्ल्यूसी ने चाइल्ड लाइन पालकोट के पदाधिकारी को बच्ची की मां के घर का पता कर रिपोर्ट मांगी है. साथ ही बच्ची की मां को सीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है. सीडब्ल्यूसी की सदस्य कृपा खेस ने कहा है कि चाइल्ड लाइन की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
यह है मामला : पालकोट प्रखंड के सारूबेड़ा गांव निवासी संजय कुमार दास की पत्नी मेरी मंजुषा देवी ने सदर अस्पताल गुमला में 18 नवंबर की शाम को एक बच्ची को जन्म दिया है.
समय से पहले पैदा हुई इस बच्ची का वजन मात्र 1.677 ग्राम था. उक्त दंपती की यह पहली संतान है. वजन कम और सांस लेने में दिक्कत के कारण बच्ची को एसएनसीयू (न्यू बोर्न स्पेशल केयर यूनिट) में भर्ती कराया गया.
इलाज के क्रम में डॉ एके अग्रवाल ने 19 नवंबर को बच्ची को रिम्स रेफर कर दिया था, लेकिन बच्ची के परिजनों ने उसे रांची ले जाने में असमर्थता जाहिर की. 26 नवंबर को बच्ची के परिजन उसे छोड़ कर बिना सूचना दिये भाग गये. अस्पताल प्रबंधन के लोगों ने बच्ची के परिजन से फोन के जरिये संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वे फोन नहीं उठा रहे हैं.