गुमला : गुमला जिले के 33वें उपायुक्त के रूप में शशि रंजन ने शुक्रवार को पदभार ग्रहण किया. उन्होंने निवर्तमान उपायुक्त श्रवण साय से पदभार लिया. नये उपायुक्त शशि रंजन 2013 बैच के आइएएस अधिकारी हैं. इससे पूर्व वे दुमका में उपविकास आयुक्त के साथ चास व पाकुड़ में एसडीओ के पद पर कार्य कर चुके हैं.
Advertisement
गांवों का विकास हमारी पहली प्राथमिकता होगी
गुमला : गुमला जिले के 33वें उपायुक्त के रूप में शशि रंजन ने शुक्रवार को पदभार ग्रहण किया. उन्होंने निवर्तमान उपायुक्त श्रवण साय से पदभार लिया. नये उपायुक्त शशि रंजन 2013 बैच के आइएएस अधिकारी हैं. इससे पूर्व वे दुमका में उपविकास आयुक्त के साथ चास व पाकुड़ में एसडीओ के पद पर कार्य कर […]
उनका पैतृक घर गोड्डा जिला है. पदभार ग्रहण करने के बाद उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि निवर्तमान उपायुक्त श्रवण साय द्वारा आरंभ किये गये कार्यों को पूर्ण कराना और ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करना पहली प्राथमिकता होगी. उन्होंने कहा कि प्रशासन व जनता के बीच की दूरी को पाटने का काम किया जायेगा. अधिक से अधिक लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जायेगा. उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच के साथ काम करेंगे, तो निश्चित रूप से सफलता मिलेगी.
गांव व शहर की आवश्यकता अलग-अलग है, लेकिन हमारा विशेष फोकस गांवों का विकास पर रहेगा. लोगों को सरकारी योजनाओं के प्रति जवाबदेह व जागरूक बनाने की दिशा में हम सभी को मिल कर कार्य करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जहां भी जरूरत होगी, मैं काम करने के लिए तैयार हूं. हर मंगलवार को जनता दरबार लगाया जायेगा, जहां मैं जनता की समस्या सुनने के लिए बैठूंगा. गांवों का भ्रमण कर समस्याओं से अवगत होते हुए उन समस्याओं को दूर करने का पूरा प्रयास किया जायेगा.
मेरे कार्यकाल में उग्रवाद खत्म हुआ है : श्रवण साय
निवर्तमान उपायुक्त श्रवण साय ने कहा कि पिछले ढाई साल के कार्यकाल में सभी समुदाय के लोगों का भरपूर सहयोग मिला. उन्होंने बाइपास सड़क निर्माण की धीमी गति पर जाते-जाते चिंता जाहिर की. श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के संवेदक काम करा रहा है. काम की गति ठीक नहीं है. 32 प्रतिशत तक ही काम हुआ है. संवेदक को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए विभाग द्वारा लिखा गया है.
मुझे अफसोस रहेगा कि सड़क अभी तक अधूरी है और शहर के लोगों को परेशानी हो रही है. उन्होंने नये उपायुक्त शशि रंजन को पूरे निर्माण कार्य की वस्तु स्थिति से अवगत कराया और बताया कि यह जिलेवासियों की लंबित मामलों में एक है. उन्होंने कहा कि अभी तक मैंने जो वादा किया, उसे पूरा
किया है. सभी को साथ लेकर चला. मैं जब गुमला आया था, तो उग्रवाद चरम पर था, लेकिन अब उग्रवाद खत्म हुआ है. दूसरे जिले के कुछ लोग आते-जाते रहते हैं, परंतु वह अब खुद डरे हुए हैं. मौके पर उपविकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा, अपर समाहर्ता आलोक शिकारी कच्छप, आइटीडीए निदेशक कृष्ण किशोर, एसडीओ कृष्ण कन्हैया राजहंस, डीटीओ विजय वर्मा, नैप निदेशक नयनतारा, डीआरडीए निदेशक मुस्तकीम अंसारी, डीपीओ अरुण कुमार सिंह, एनआइसी डायरेक्टर हरेंद्र सिंह, विशेष प्रमंडल के इइ रवि सहास, डीएसइ गनौरी मिस्त्री, परमेश्वर अग्रवाल व यूआइडी मैनेजर अमर हुडमरे सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement