ठाकुरगंगटी प्रखंड क्षेत्र के चपरी पंचायत के उत्क्रमित उच्च विद्यालय मदनचौकी कन्या के प्रांगण में राज्य परियोजना निदेशक, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद, रांची और जिला शिक्षा पदाधिकारी के आदेशानुसार तृतीय शिक्षक-अभिभावक बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सच्चिदानंद महतो ने की. बैठक में सदस्य गुड्डू प्रसाद महतो ने शिक्षा की लचर व्यवस्था को लेकर सवाल उठाये और कहा कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में लाखों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन इस विद्यालय की स्थिति और शिक्षकों की मनमानी के कारण ग्राफ लगातार नीचे गिर रहा है. उन्होंने कहा कि कई बार निर्णय लिया गया कि प्रबंधन समिति और शिक्षक क्षेत्र भ्रमण कर अभिभावकों एवं बच्चों को जागरूक करें, लेकिन अब तक इसका कोई अमल नहीं हुआ. मैट्रिक के फॉर्म भरने के मामले में अभिभावकों ने जमकर विरोध जताया. शिकायत थी कि प्रति छात्रा 1350 रुपये लिये जा रहे हैं और किसी को प्राप्ति रसीद नहीं दी जा रही. अभिभावकों ने कहा कि यह क्षेत्र सुदूर है और यहां गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए भेजा जाता है, फिर भी उनका शोषण किया जा रहा है. अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया कि पौधरोपण कार्य में भी राशि का दुरुपयोग किया गया और योजनाएं केवल कागजों में दिखायी गयी. इस मामले में मंत्री दीपिका पांडेय सिंह को अवगत कराते हुए संबंधित विभाग को पत्राचार करने का निर्णय लिया गया. बैठक के अंत में बोर्ड परीक्षा और खेलकूद में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों को प्रशस्तिपत्र और शॉल देकर सम्मानित किया गया. इस दौरान विद्यालय के शिक्षक मो. कमर तौहीद, मुकेश कुमार, राजीव दास, छेदी प्रसाद सिंह, रूबी कुमारी, नीरज कुमार, जावेद अख्तर, सरिता देवी, आशा देवी, चमकलाल महतो, राजकपूर महतो, पुष्पा बास्की सहित अन्य उपस्थित थे.
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